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निगम का आंकड़ा 194 पर अटका, इधर सड़कों के किनारे लगे इससे दोगुने होर्डिंग्स...

बिलासपुर : अवैध होर्डिंग के गोरखधंधे में कारोबारी, होर्डिंग लगाने वाले और होर्डिंग शाखा से जुड़े लोग सब मालामाल होते हैं अवैध होर्डिंग नगर निगम के राजस्व के लिए जितने नुकसानदेह हैं, उससे कहीं ज्यादा यह आम जनता के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं तेज हवा, बारिश के दौरान अवैध होर्डिंग से राह चलते लोग कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं ggजो होर्डिंग बिना अनुमति के लगाए जाते हैं, उनकी मजबूती के स्ट्रक्चरल सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस नहीं होते यानी इनकी कोई गारंटी नहीं है.... 

पैसे बचाने और अधिक कमाई के लिए फ्लैक्स, ग्लो साइन बांस बल्ली या पतले सरिया के फ्रेम मेंं भी बनाए जा सकते हैं ये कभी भी धराशायी हो सकते हैं चूंकि नगर निगम को अवैध होर्डिंग से राजस्व का नुकसान होता है, इसलिए अफसरों की पहली जिम्मेदारी बनती है कि वह उस पर रोक लगाए जनता की जान की कीमत पर अवैध होर्डिंग का धंधा नहीं चलना चाहिए.... 

अवैध होर्डिंग का गोरखधंधा शहर में बेखौफ चल रहा है, इसे इन तथ्यों से आसानी से समझा जा सकता है कि किसी भी राजनीतिक, धार्मिक, जन्मदिन के होर्डिंग सड़क के किनारे कभी भी देखे जा सकते हैं इनकी अनुमति नहीं ली जाती.... 

शहर का कोई कोना अवैध होर्डिंग से नहीं छूटा

137.768 वर्ग किलोमीटर में फैले नगर निगम एरिया में कोई हिस्सा ऐसा नहीं है, जहां अवैध होर्डिंग नहीं है बड़े वैध होर्डिंग की अधिकृत संख्या शहर में 194 बताई गई है डिवाइडर के बिजली खंभे में छोटे होर्डिंग लगाने के लिए टेंडर की अवधि साल 2022 में ही समाप्त हो चुकी है नया टेंडर 14 अप्रैल को खुलेगा आंकड़ों से आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि उक्त संख्या के अनुपात में कई गुना ज्यादा अवैध होर्डिंग शहर की सीमा से लेकर मुख्य मार्ग पर देखे जा सकते हैं होर्डिंग शाखा के मुताबिक आडिटोरिटम रोड और नेहरू चौक से महाराणा प्रताप चौक तक होर्डिंग के टेंडर की अवधि बाकी है। इनको छोड़ कर शहर के किसी भी डिवाइडर, बिजली खंभे पर होर्डिंग की अनुमति नहीं दी गई है.... 

बगैर कर्मी चल रही होर्डिंग शाखा, एडवरटाइजर्स कंपनियों पर करोड़ों बाकी

होर्डिंग शाखा में एक भी स्थाई कर्मचारी नहीं हैं डिप्टी कमिश्नर प्रभार देख रहे हैं और उनके मातहत अन्य विभागों का कार्य करने वाले कर्मी को अटैच किया गया है अतिक्रमण शाखा को वैध होर्डिंग की सूची यह कहकर दे दी जाती है कि वह बाकी अवैध होर्डिंग हटा दें यानी अवैध होर्डिंग हटाने का दारोमदार प्रभारी पर कम अतिक्रमण शाखा पर अधिक रहता है चाहे तो वह हटा दे या फिर बख्श दे होर्डिंग शाखा के अंतर्गत एडवरटाइजरों पर बड़ी रकम बकाया है आंकड़ों में होर्डिंग शाखा से सालाना 75 लाख की आय दर्शाई गई है, लेकिन बकाया डेढ़ करोड़ से अधिक है....  

कुणाल दुदावत, कमिश्नर, नगर निगम

अवैध होर्डिंग पर लगातार कार्रवाई की जा रही है पिछले महीने रातों रात एक समाज द्वारा एक लाख के होर्डिंग नेहरू चौक पर लगा दिए गए थे सूचना मिलने पर इन्हें रात में ही उतरवा लिया गया..... 

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