MADHYA PRADESH

अवैध कॉलोनी की लिस्ट से 50 कॉलोनियां लापता.... हैरानी ये कि इन कॉलोनियौ में 2500 मकान भी बने हैं...

BHOPAL NEWS : डेढ़ साल से जारी अवैध कॉलोनियों की छंटाई के बीच एक गड़बड़ी सामने आई है भोपाल में 54 अवैध कॉलोनियां ‘लापता’ हो गई हैं 325 अवैध कॉलोनियों की लिस्ट नगर निगम ने 1.5 साल पहले तैयार की थी उनमें से ये 54 नाम चीफ सिटी प्लानर ने ये कहकर हटा दिए हैं कि ये कॉलोनियां हैं ही नहीं और किसी ने हमें आकर इनके बारे में बताया भी नहीं ये वो कॉलोनी हैं जो सीलिंग की जमीन पर हैं, या फिर नाले-सड़क और ग्रीन बेल्ट पर कब्जा कर के बनाई हैं.... 

अगर इन जगहों पर अवैध कॉलोनी बन भी जाती है तो सरकार इसको नियमित नहीं कर सकती इसलिए इन कब्जेधारी कॉलोनियों को लिस्ट से ही गायब कर दिया है और इन काॅलोनियों में प्लॉट-मकान की खरीदी-बिक्री और निर्माण को सरकारी नियंत्रण से बाहर कर दिया है ऐसे में सरकारी जमीन को काॅलोनी के नाम पर बेचना आसान हो जाएगा इन 50-54 कॉलोनियों में 50 हजार मकान हैं और 2.5 लाख आबादी रहती है.... 

नाले की जमीन बेची, हाईटेंशन लाइन के नीचे प्लॉट काटे और सड़क-सीलिंग की जमीन पर भी घर बनाए

गोविंदपुरा में भानपुर डिपो के पीछे लोधी नगर, कुटीर नगर और प्रताप नगर में बेतरतीब तरीके से 500 मकान बने हुए हैं यहां कालोनियों में पानी भर जाता है इसकेे निराकरण के लिए 15 करोड़ रुपए का नाला मंजूर तो हुआ, लेकिन बन नहीं पा रहा है स्थानीय पार्षद राजू राठौर बताते हैं कि जहां भी नाला बनना शुरू होता है कोई न कोई आकर कह जाता है कि ये उसका प्लॉट है यानी नाले की सरकारी जमीन भी बेच दी गई है इसी इलाके में हाईटेंशन लाइन के ठीक नीचे भी प्लॉट काटे हैं यहां एक बड़ी जमीन सीलिंग की है सीलिंग की जमीन को बेचने पर रोक है बावजूद इसके उस जमीन पर प्लॉट काट दिए हैं... 

ऐसे होगी गड़बड़ी... सरकारी भूमि को कॉलोनी के नाम पर बेचना आसान हो जाएगा

सॉफ्टवेयर बदला तो लेआउट ही गायब

नगर निगम का बिल्डिंग परमिशन सॉफ्टवेयर बदल गया है निगम का तर्क है कि 2 साल पहले बदले गए सॉफ्टवेयर का डेटा नए में नहीं आया तो कई कॉलोनियों के लेआउट रिकॉर्ड पर नहीं हैं जबकि पहले इन काॅलोनियों को अवैध की सूची में शामिल किया था निगम ने इस बार स्टाफ से सर्वे कराने की बजाय लोगों से दावे-आपत्ति बुलाए और जिन कॉलोनियों के लोगों ने जानकारी नहीं दी वो सूची से गायब कर दी गईं... 

जहां 2500 मकान, वहीं की 11 कॉलोनी लापता

करोंद चौराहे के वार्ड नंबर 78 के विश्वकर्मा नगर में कम से कम 2500 मकान बने हुए हैं बृज कॉलोनी और जैन कॉलोनी भी इलाके की बड़ी कॉलोनियां हैं यहां 11 कॉलोनियों को लिस्ट से बाहर कर दिया है गांधी नगर, बैरागढ़, एयरपोर्ट रोड, चांदबड़, सेमरा, कोच फैक्ट्री, शहंशाह गार्डन, बरखेड़ा पठानी, खजूरी कलां, छोला और रुसल्ली में भी जिन कालोनियों को सूची से बाहर किया है वहां या तो मकान बने हैं या प्लॉट काट दिए हैं... 


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