9 दिन पूरे देश का माहौल भक्ति में रहा जिसमें 9 दिन की शक्ति की उपासना के बाद मां दुर्गा को दी गई भक्ति भाव विदाई जिसमें बंगाली समाज द्वारा एक विशेष आयोजन किया जाता है जिसे सिंदूर खेला के नाम से जाना जाता है इसमें सुहागिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर आलता और और पूरे संजो सजा के साथ माता को विदाई दी जाती है इसमें महिलाएं एक दूसरे के साथ में सिंदूर और आलता के साथ होली के स्वरूप में श्रृंगार करती है अपने आप को आजीवन सुहागिन रखने की मनोकामना मांगती है, क्षेत्र में बंगाली समाज की महिलाए पूरे रीति रिवाज के साथ सिंदूर खेला की परंपरा को निरंतर जारी रखते हुए इस आयोजन में शामिल होती हैं और अपने आप को भाग्यशाली मानती है
CHHATTISGARH