भिलाई : इस बार शहर की सफाई का खर्च 8.11 करोड़ रुपए बढ़ गया है..पिछले साल 25.97 करोड़ रुपए में सफाई का ठेका हुआ था. इस वर्ष 2023 में 34.09 करोड़ रुपए का टेंडर बुलाने की अनुमति नगर निगम की सामान्य सभा ने दी है....
विडंबना तो यह है कि साल-दर-साल शहर की सफाई का खर्च बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन शहर में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा. बल्कि स्थिति और बद से बदतर होती जा रही है..
रुपए पानी की तरह बहाने के बाद भी वार्डों में हर तरफ गंदगी पसरी है। नालियां बजबजा रही। घरों से नियमित कचरा नहीं उठ रहा। आबादी के बीचोबीच जगह-जगह अघोषित ट्रेंचिंग ग्राउंड बना रखे हैं। नगर निगम सफाई का नया ठेका देने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही टेंडर बुलाया जाएगा..
सामान्य सभा से प्रस्ताव पास हो गया है। इस बार ठेका के नियम व शर्तों में बदलाव भी किया गया है। हर वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। एक वार्ड में 30 सफाई कर्मी काम करेंगे। एक भी कम हुआ तो ठेकेदार पर पेनाल्टी लगाई जाएगी। पहले एक वार्ड में 26 कर्मचारी रखते थे. ....
नगर निगम भिलाई ने समय पर सफाई का टेंडर नहीं किया। अब ठेकेदार को एक्सटेंशन देंगे। मतलब बिना ठेका के ठेकेदार काम करेगा। मेयर नीरज पाल, स्वास्थ्य प्रभारी लक्ष्मीपति राजू , आयुक्त रोहित व्यास,स्वास्थ्य अधिकारी को पता था कि दिसंबर में ठेका खत्म हो जाएगा।
हर वार्ड में महीने में 6.78 लाख रुपए से ज्यादा होंगे खर्च
एक वार्ड में 30 श्रमिक लगेंगे। 456 रुपए रोजी के हिसाब से 30 श्रमिकों का 30 दिन का वेतन 4,10,400 रुपए। एक ड्राइवर का पेमेंट 520 रुपए और हेल्पर का 456 रुपए। माह में 15600 और 13680 रुपए वेतन। 500 रुपए डीजल पर खर्च होंगे कचरा उठाने के लिए प्रतिदिन। यानी हर महीने 15000 रुपए। किराए में 2 जेसीबी, 4 डंफर। 15 वार्ड में काम करेंगे। 24000 रुपए प्रतिमाह । रोड स्वीपिंग मशीन एक माह में एक वार्ड में 2 लाख रुपए खर्च होगा. ..