जशपुर : नगरपालिका में वित्तीय गड़बड़ी और अवैध वसूली को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच अब नगरीय क्षेत्र में भू व्यवस्थापन का मामला भी तूल पकड़ने लगा है निर्दलीय पार्षद भगवत नारायण सिंह ने कहा कि नगरपालिका के अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के लिए अकेले नगरपालिका सीएमओ जिम्मेदार नहीं है उनके साथ नगरपालिका के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी भी इस कदाचार में शामिल है मामले की गहराई से छानबीन करके दोषियों को कठोर सजा दी जानी चाहिए....
इधर पालिका के अध्यक्ष नरेश चंद्र साय ने दावा किया है कि नगरपालिका क्षेत्र में हुए भू व्यवस्थापन से जुड़ी एक भी फाइल में उनकी सहमति नहीं ली गई है। पालिका अध्यक्ष के इस बयान ने नगर सरकार के भूमि व्यवस्थापन के मामले पर विवाद और गहराने की आशंका जताई जा रही है.... नगरपालिका में हुई गड़बड़ियों को लेकर जिला प्रशासन की पांच सदस्यीय जांच दल की रिपोर्ट सामने आने के बाद चर्चा करते हुए साय ने कहा कि भूमि व्यवस्थापन के सारे प्रकरण का निबटारा पालिका के अधिकारियों ने अपने स्तर पर किया इससे संबंधित कोई भी फाइल तो न उनके समक्ष पेश नहीं की गई और न ही पीआईसी के समक्ष उन्होंने व्यवस्थापन कार्य में आ रही अवैध वसूली और गड़बड़ी संबंधी शिकायतों की जांच के लिए अलग से टीम गठित करने की मांग भी की....
सीएमओ को नोटिस
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया था दल ने रिपोर्ट में सीएमओ पर अधिकार क्षेत्र से बाहर जाने और मौके का निरीक्षण किए बगैर अभिमत देने का उल्लेख है समिति ने मुख्यमंत्री घोषणा मद सहित अन्य विकास व निर्माण कार्यों में बिना पीआईसी की सहमति लिए ही निविदा के लिए विज्ञापन प्रकाशित करने को भी नियमों के विपरीत ठहराया है समिति की यह रिपोर्ट के आधार पर,कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने सीएमओ को नोटिस भेजा है....