CHHATTISGARH

महापौर बनने की कोशिश में पार्षद....खुफिया बैठक की भनक लगते ही ढेबर ने बंगले मिलने बुलाया.....

रायपुर : नगर निगम में एक एमआईसी सदस्य ने खुद को प्रभारी महापौर बनाने के लिए कांग्रेसी पार्षदों की लामबंदी शुरू कर दी है एक-दो दिन पहले उन्होने कांग्रेसी पार्षदों और कुछ भाजपा के लोगों को बुलाकर अपने पक्ष में माहौल बनाना शुरू कर दिया है पार्षदों से कहा जा रहा है कि ईडी ने यदि कोई एक्शन लिया तो महापौर की अनुपस्थिति में वे खुद प्रभारी महापौर बनने की योग्यता रखते हैं सभी पार्षदों का समर्थन जुटाने के साथ ही एमआईसी सदस्य सामाजिक स्तर पर भी माहौल बनाने में जुट गए.... 

हालांकि रविवार को इसकी भनक लगते ही महापौर एजाज ढेबर ने उस कांग्रेसी पार्षद को बंगले बुलवाया और बैठक की करीब 2 घंटे इन नेताओं की बैठक चली, इसके बाद दोनों के बीच की तनातनी खत्म होने की बात सामने आ रही है सूत्रों के मुताबिक उस कांग्रेसी पार्षद से इस मामले में एजाज ढेबर ने खुद बात की बताया जा रहा है कि खुद को प्रभारी महापौर बनाने के प्रति हवा तैयार कर रहे पार्षद के तेवर अब नर्म पड़ गए हैं आखिर बंद कमरे में दोनों के बीच ऐसी क्या बात हुई इसकी जानकारी किसी को नहीं है... 

अन्य पार्षदों ने बताया साजिश

एमआईसी सदस्य की इस हरकत को कांग्रेस के अन्य पार्षद महापौर के खिलाफ षड़यंत्र की नजर से देख रहे हैं वे एमआईसी सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सीएम से शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं कुछ महीने पहले भी ईडी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एमआईसी सदस्य की शिकायत संगठन और प्रदेश प्रभारी से की गई थी... 

रायपुर उत्तर विधानसभा के एक पार्षद और एमआईसी सदस्य की पार्षदों के साथ गुपचुप बैठक की चर्चा जमकर होने लगी कांग्रेस ही नहीं भाजपा पार्षद भी इसे लेकर राजनीतिक गुणा-भाग लगाने लग चुके थे एमआईसी सदस्य के करीबी लोग सोशल मीडिया और सामाजिक स्तर पर समर्थन जुटाने तथा माहौल खड़ा करने में मदद कर रहे हैं... 

कहा जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई यदि किसी नतीजे पर पहुंचती है तो वे महापौर बनने के लिए संगठन में भी दबाव बनाने की कोशिश करेंगे विरोधी खेमे के कुछ कांग्रेसी पार्षदों को इसकी भनक लगी है वे अब एमआईसी सदस्य के खिलाफ उत्तर विधायक के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने और पार्षदों की छवि धूमिल करने की शिकायत मुख्यमंत्री से करने जा रहे हैं एमआईसी सदस्य के खिलाफ पूर्व में भी प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और रायपुर जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे से शिकायत की गई थी उसी शिकायत के आधार पर सभी कांग्रेसी पार्षद अब फिर से एमआईसी सदस्य के खिलाफ माहौल तैयार करने में जुट गए हैं.... 

ईडी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान विधायक से दुर्व्यवहार

कुछ महीने पहले कांग्रेस संगठन के नेता व कार्यकर्ता तथा कांग्रेसी पार्षद प्रदेश और राजधानी में ईडी की कार्रवाई के खिलाफ ईडी दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे थे इस दौरान एमआईसी सदस्य ने सभी के सामने रायपुर उत्तर विधायक के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी दुर्व्यवहार करने के साथ ही सार्वजनिक रूप से यह एलान भी किया कि वे पिछले 15 सालों से विधायक के खिलाफ काम कर रहे हैं यह जानने के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और ना ही आगे कर सकती है वे आगे भी विधायक के खिलाफ काम करते रहेंगे तब करीब आधा दर्जन कांग्रेसी पार्षद, ब्लॉक अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों ने एमआईसी सदस्य के खिलाफ लिखित में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, जिला अध्यक्ष से शिकायत की थी कांग्रेसी पार्षदों की लिखित शिकायत भी इन दिनों सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है महापौर बनने के लिए एमआईसी सदस्य की लामबंदी को कांग्रेसी पार्षद पार्टी और चुने हुए मेयर के खिलाफ षड़यंत्र बताते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की तैयारी कर रहे हैं.... 

You can share this post!