सरगुजा : जल जीवन मिशन के तहत सरकार दावा कर रही है कि इससे लोगों को पानी की किल्लतें नहीं होंगी. सरगुजा में तो ऐसा नहीं दिख रहा है. यहां घर घर रनिंग वाटर पहुंचाने का दावा बेदम साबित हो रहा है. इस योजना के शुरू होने के पांच साल बाद भी इसकी चाल बेहद धीमी है मानों की कछुआ की चाल से यह योजना चल रही हो. जिले की 569 ग्राम पंचायतों में से महज 14 ही गांव ऐसे हैं जिनमे जल जीवन मिशन के तहत घरों में पानी पहुंचा है. बचे हुए 555 ग्राम पंचायतों में काम अधूरे हैं. अब विभाग के मंत्री और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने विभाग की समीक्षा की है. जल जीवन मिशन के तहत अब विभाग मार्च 2025 तक काम पूरा करने का निर्देश दे रहा है. क्या यह पांच महीने में सफल होगा. यह बड़ा सवाल है..
केंद्र की बड़ी योजना है जल जीवन मिशन: जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. इसके बावजूद भी लोगों को नल से पानी नहीं मिल पा रहा है और धरातल पर सरगुजा में इस योजना का बुरा हाल है. इस काम के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को एजेंसी बनाया गया था. विभाग ने टेंडर निकाले और अलग अलग ठेकेदारों को काम का टेंडर दिया. ठेकेदारों ने काम शुरू किया पाइप लाइन बिछाई गई लोगों के घरों में नल लगाये गए. टंकिया भी बनाई गई लेकिन लापरवाही का आलम ये है की टंकी बनने के बाद अब विभाग जल स्रोत खोज रहा है. मतलब टंकी में पानी कैसे भरेगा इसकी व्यवस्था टंकी बनाने के बाद की जा रही है..
सरगुजा संभाग में जल जीवन मिशन के काम में हम पिछड़े हुए थे . इसको तेज करने के निर्देश दिए गए हैं
अरुण साव, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़