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निगम की योजना का बंटाधार...एक साल से चल रहा है सर्वे सीसीटीवी लगाने का...Municipal corporation Bhilai


भिलाई : टाउनशिप में आगे बढ़ने पर कंट्रोल करने के लिए यहां के प्रमुख चौक चौराहों और गलियों में सीसीटीवी लगाने की योजना दो साल पहले बनाई गई थी इसके लिए निगम ने पूरी तैयारी कर रखी है। टेंडर प्रक्रिया भी हो चुकी है अटकी लेकिन अब तक कैमरा लगाने का काम शुरू नहीं हो पाया है... 

ऐसा इसलिए क्योंकि अधिकारी एक साल में केवल एक जगह चयन करने में ही बीता दिए... एक साल से सिर्फ सर्वे कर रहे हैं। कुछ दिन पहले भी जनप्रतिनिधियों के यातायात विभाग और बीएसपी के अधिकारियों की बैठक हुई थी। बैठक में कोई विशेष निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। इसलिए अब तक काम शुरू करने का आदेश जारी नहीं किया गया है... 

जिस एजेंसी को काम दिया गया है वह भी काम शुरू नहीं कर रहा है ऐसे में योजना अधर में लटकी हुई है। ऐसे में टाउनशिप में आए दिन हो रहे ऑफिस पर नहीं लगा पा रहे हैं

 निगरानी करने वाली  हैं ! पुलिस.. 

टाउनशिप में सभी कैमरा कॉर्पोरेशन के धोखे से रचना से अनुमान लगाया जा सकता है सभी प्रौद्योगिकी का कंट्रोल पुलिस के हाथों में होगा तकनीक को पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा जहां से पुलिस इन टेक्नोलॉजी के माध्यम से क्षेत्र पर नजर रखेंगी। साथ ही तकनीक की रिकार्डिंग भी पुलिस के पास होगी। ताकि इलाके में कभी कोई घटना हो तो कैमरे के माध्यम से पुलिस सदी तक पहुंचें। कैमरा लगाने के बाद निगम पुलिस को प्रौद्योगिकी की पूरी जिम्मेदारी सौंपेंगे.... 

20 करोड़ की योजना अधर में.. 

ट्विन सिटी सहित जिले के चप्पे-चप्पे पर आने वाले दिनों में कैमरा नजर आएगा। जिले की एंट्री एकजिट पॉइंट पर करीब 20 करोड़ रुपए खर्च कर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए 100 पॉइंट तैयार किए गए हैं जहां 300 सीसी टीवी कैमरा लगाने की योजना है। इसमें करीब 20 करोड़ रुपए की लागत आएगी। पुलिस विभाग सिस्टम लगाने के लिए बजट बनाकर पुलिस मुख्यालय भेजेगा फिर इंस्टालेशन होगा... 

कोरोना काल के दौरान टाउनशिप एरिया में लगातार लूटपाट जैसे अपराधी हो रहे थे। इन एफसी कंट्रोल के लिए टाउनशिप एरिया में सीसीटीवी लगाने की योजना 2020.21 बनाई गई। करीब 19.99 लाख की टेंडर प्रक्रिया भी पूरी तरह से ली जा चुकी है। बता दें कि टाउनशिप में चेन स्नेचिंग जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं। इस घटना में कई बार लोग घायल भी हो जाते हैं। कई बार पहचान का पता नहीं लगता। ऐसे में कैमरा जाम कर देते हैं... 

20 चौराहों पर 5 करोड़ रुपए खर्च

दुर्गा के पटेल चौकए मोहन नगर के मालवीय चौकए मोहन नगर के ग्रीन चौकए मोहन नगर के अग्रसेन चौकए जेवरा सिरसा चौकए पुलगांव के मिनी माता चौकएअंजोरा बायपास सुपेला के नेहरू नगरए सुपेला के अवंति बाई चौकए स्मृति नगरए सूर्या चौकए जामुल के एसीसी चौकए चौके चौके के छावनी चौकए जामुल के बोगदा पुलियाए छावनी के पावर चौक एक खुर्सीपार के डबरा परा तिराहाए ओल्ड भिलाई के सिरसा हाउस गेट चौक एक कुम्हारी के स्टेशन चौक एक कुम्हारी टोल प्लाजा और मोहन नगर के वाय शेप ब्रिज पर माने गए थे। पहले भी 10 से ज्यादा ऑर्गन ने 20 चौराहों पर करीब 5 करोड़ रुपये खर्च कर कैमरा लगवाए हैं.... 

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