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नगर निगम ने सर्विसिंग सेंटर और कार वॉश संचालकों जारी किया नया फ़रमान देख लीजिए...

बिलासपुर : नगर निगम ने कार वॉश पर बैन लगा दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि इससे पीने की पानी की बर्बादी हो रही है। इधर, नगर निगम के इस फरमान का कार वॉश संचालकों ने विरोध शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि उनकी रोजी-रोटी का यही जरिया है, जिसे अफसर छीनने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कारोबार बंद होने से बड़ी संख्या में मजदूर और मेकेनिक भी बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पानी की बर्बादी रोकना है तो जिला प्रशासन को बड़े उद्योगों पर एक्शन लेना चाहिए, जहां बड़ी मात्रा में पानी का दुरुपयोग हो रहा है...


दरअसल, निगम सीमा में कंप्रेशर मशीनों से पीने के पानी से गाड़ी धोकर पेयजल की बर्बादी पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए 8 जोन में 250 सर्विसिंग सेंटर को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें 100 सेंटर बंद हो चुके हैं। सबसे ज्यादा नोटिस जोन 2 तिफरा में 42 को जारी किया गया है। एक सप्ताह निगम के सभी जोन के कर्मचारी मौके पर जाकर नोटिस जारी कर सभी सेंटरों को बंद कराएंगे..

कंप्रेशर मशीन से कम होती है पानी की खपत

कार वॉश संचालक राजीव नवरंग ने कहा कि नगर निगम के अफसरों का कहना है कि कार वॉश से पानी की खपत ज्यादा हो रही है और वॉटर लेवल डाउन हो रहा है। जबकि, ऐसा नहीं है। कंप्रेशर मशीन में पानी की कम खपत होती है। महज एक से दो बाल्टी पानी में कार धूल जाती है। निगम के इस फरमान से हमारी रोजी-रोटी छीन जाएगी। नगर निगम को औद्योगिक संस्थानों की जांच करनी चाहिए, जहां बड़ी मात्रा में पानी की खपत हो रही है।

निगम की कार्रवाई का करेंगे विरोध

कार वॉश संचालकों ने कहा कि कर्ज लेकर वो दुकान चला रहे हैं। उनके साथ गरीब मजदूर काम करते हैं। दुकानें बंद कराने से उनकी रोजी-रोटी की समस्या होगा। इसके साथ ही परिवार चलाना भी मुश्किल होगा. छोटे धंधा करने वालों पर निगम के अफसर कार्रवाई करने की चेतावनी दे रहे हैं. लेकिन, बड़े उद्योगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कार वॉश संचालकों ने इस फैसले के विरोध करने का फैसला लिया है..


निगम प्रशासन का दावा- सर्विसिंग सेंटर में हो रही पानी की बर्बादी

कहा जा रहा है कि नगर निगम ने करीब दस साल पहले कंप्रेशर मशीन से वाहन धोने वाले सर्विसिंग सेंटरों का सर्वे किया था, तब शहर में 100 सर्विसिंग सेंटर थे, इसके बाद निगम ने सर्वे नहीं किया है। स्थिति यह है कि अब एक जोन में 100 सर्विसिंग सेंटर मिल जाएंगे। रेलवे क्षेत्र के 2 वार्डों को छोड़कर 68 वार्डों में निगम 52 पानी टंकियां और 982 पॉवर पंपों से 72 एमएलडी यानी 7 करोड़ 20 लाख लीटर पानी की सप्लाई करता है। जिसमें रोजाना लगभग 12 से 15 % पानी बर्बाद हो रहा है, इसमें 7 से 8 % पानी सिर्फ सर्विस सेंटरों में कंप्रेशर मशीन से वाहनों को धोने में बर्बाद हो रहा है। निगम ने तीन माह के लिए ऐसे कंप्रेशन मशीनों को बंद करने का निर्णय लिया है..

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