छत्तीसगढ़ : कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को बीजेपी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है नूतन सिंह ने पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी...
दरअसल, 8 मार्च को हुए निगम सभापति चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल, बागी प्रत्याशी नूतन सिंह ठाकुर और निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल रहमान मैदान में थे जिसमें नूतन सिंह ठाकुर ने 33 वोट हासिल कर जीत दर्ज की..
पार्टी ने यह फैसला सोच-समझकर लिया होगा- हितानंद
इस मामले में हितानंद अग्रवाल ने कहा कि, बीजेपी एक नियम के तहत चलती है पार्टी संगठन के निर्देश पर ही कार्यकर्ता काम करते हैं उन्होंने जो फैसला लिया है वो सही है जिससे कोई इस तरह से बगावत न कर सके
मैं भाजपा का था, हूं और रहूंगा- नूतन
सभापति नूतन सिंह ठाकुर का कहना है कि, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है मैं भाजपा का था, हूं और रहूंगा निष्कासन आदेश जारी होने के बाद फिर उन्होंने कहा कि, हितानंद अग्रवाल को पार्षदों ने क्यों पसंद नहीं किया इसकी जानकारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दूंगा
मैं भाजपा का छोटा कार्यकर्ता हूं और रहूंगा 33 भाजपा पार्षदों ने सभापति के लिए मुझे जनादेश दिया है सभापति के रूप में निगम के 67 पार्षदों के हितों की रक्षा करने, कोरबा शहर का चौतरफा विकास करने और नियमों के अनुसार निगम को चलाने का दायित्व पूरी निष्ठा से पूरा करता रहूंगा...
नूतन 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित- जिला अध्यक्ष
भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ नूतन सिंह ठाकुर ने चुनाव लड़ा इसकी जानकारी प्रदेश नेतृत्व को भेजा गया था यह अनुशासनहीनता में आता है इसलिए नूतन को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है
