रायपुर : बूढ़ातालाब में पाथ-वे पर चौपाटी बनाने के विरोध में स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आ गई हैं रविवार को ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ ने बूढ़ातालाब पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की सभी ने एक स्वर में तालाब किनारे बने पाथ-वे से चौपाटी के लिए बनाए गए लोहे और स्टील के स्टॉल को हटाने की मांग की है...
गार्डन में धंधा बंद करो
ग्रीन आर्मी के लोगों ने कहा कि, आज शहर में तालाब और गार्डन सुरक्षित नहीं है लगातार शहर के गार्डन और तालाब को कमाई का जरिया बनाया जा रहा है जिसके चलते रायपुर शहर के लोगों ले लिए शहर में बहुत कम ही गार्डन और तालाब बचे है। जहां वे खुले में साफ हवा ले सके इसलिए गार्डन में धंधा बंद होना चाहिए बूढ़ा-तालाब में तैयार हो रही चौपाटी नहीं खुलनी चाहिए...
सियासी बयानबाजी भी तेज
शनिवार को महापौर एजाज ढेबर और सभापति प्रमोद दुबे और कांग्रेस पार्षद दल ने बूढ़ातालाब पहुंचकर चौपाटी का निरीक्षण किया महापौर ने कहा कि, क्या इसीलिए तालाब किनारे की सड़क खोली गई है कि लोग आसानी से चौपाटी तक पहुंचे और व्यापार हो सके...
30 करोड़ रुपए खर्च कर किया सौंदर्यीकरण
रायपुर स्मार्ट सिटी ने करीब 5 साल पहले बूढ़ातालाब का सौंदर्यीकरण किया था शहर के ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर अलग-अलग चरणों में 30 करोड़ से ज्यादा खर्च किए गए तालाब के चारों ओर बाउंड्री, म्यूजिकल फाउंटेन, भव्य गेट लगाए गए...
बूढ़ा तालाब में 2 परिक्रमा पथ बनाए
कांग्रेस शासनकाल में रायपुर स्मार्ट सिटी ने बूढ़ा तालाब में 2 परिक्रमा पथ बनाए और गाड़ियों के आने जाने को बंद कर दिया भाजपा की सरकार आते ही पथ को आम लोगों और वाहनों के आने-जाने के लिए खोल दिया गया तालाब और पूरे परिसर को संवारने के बाद स्मार्ट सिटी ने इसे नगर निगम को हैंडओवर कर दिया निगम ने इसे छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग को सौंप दिया...
पहले भी चौपाटी को लेकर विवाद
बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण और चौपाटी को लेकर कई बार विवाद हो चुका है पहले बूढ़ा तालाब के अंदर नीलाभ उद्यान में चौपाटी शुरू की जा रही थी इसे 15 साल के लिए एक निजी कंपनी को दिया गया था कंपनी ने तालाब के पानी को भरना शुरू कर दिया...
इस बारे में एनजीटी में शिकायत की गई थी यहां वाटर स्पोर्ट्स भी हो रहा था कंपनी की योजना बाहर दुकानें बनाने की भी थी विरोध के बाद ठेका रद्द कर दिया गया