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कॉमन रास्ता बंद होने लोग हो रहे परेशान....दो बिल्डरों ने एक ही सड़क को अपनी बता बसा दी कॉलोनी, 220 परिवार फंसे....

Raipur : भाठागांव के पास दो कालोनी के बिल्डरों के आपसी समझौते का खामियाजा यहां के रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लोगों ने कॉमन रास्ता बंद कराने का आदेश रेरा से ले लिया और शुक्रवार को रास्ता बंद करते हुए दीवार खड़ी करना शुरू कर दिया। इससे दूसरी कॉलोनी में रहने वाले करीब ढाई सौ परिवारों का आना-जाना ही बंद हो गया। इससे शुक्रवार को कालोनी में दिनभर विवाद रहा गुस्साए लोगों ने बिल्डर का घेराव तक कर दिया भाठागांव में कालोनियां आगे-पीछे हैं.... 

दोनों कॉलोनी के बीच पूर्व में काॅमन रोड के उपयोग को लेकर आपसी सहमति बनी। दोनों कालोनी में अब काफी लोग रहने लगे। इस दौरान रोड में वाहनों की आवाजाही और अन्य वजहों से एक कॉलोनी वालों ने रेरा में आवेदन लगा दिया कि इस रास्ते में भारी वाहनों की आवाजाही हो रही है। इसलिए रोड बंद किया जाए। दोनों बिल्डरों के बीच हुई सहमति वैध नहीं है.... 

क्योंकि इसमें कालोनी के लोग शामिल नहीं हैं। डेढ़ साल तक रेरा में केस चला। गुरुवार को रेरा ने सालासार ग्रींस के पक्ष में रोड बंद करने का आदेश दिया। आदेश मिलने के बाद सालासार ग्रींस रेसिडेंस एसोसिएशन ने शुक्रवार को सुबह दीवार खड़ी करके रास्ता बंद करने की तैयारी शुरू कर दी। वालफोर्ट गार्डन रेसीडेंस एसोसिएशन के लोगों ने इसका विरोध किया। दोपहर में काफी देकर तक इसे लेकर हंगामा होता रहा। पुलिस में तक शिकायत हुई। इसके बाद मौके पर पुलिस और जिला प्रशासन के अफसर भी पहुंचे। वालफोर्ट गार्डन रेसिडेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष वैद्यानाथ पांडे ने कहा कि दोनों बिल्डरों ने कॉमन रास्ता बनाकर अनुबंध किया...

 हमें 40 फीट रोड बताकर प्लाट बेचे गए। इसी तरह सालासार ग्रींस वालों को भी यह रास्ता बताकर उनकी कालोनी में मकान बेचे गए। लेकिन अब करीब सवा दो सौ परिवारों के आने-जाने का यह एकमात्र रास्ता बंद किया जा रहा है। विरोध के बाद दीवार न खड़ी कर दो दिन के लिए पोल खड़ा किया गया है। इससे महज एक कार के आने-जाने का रास्ता ही छोड़ा गया है। एसोसिएशन के लोगों का कहना है वे दो दिन बाद दीवार खड़ी करेंगे..... 


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