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एक से दो एकड़ की अनुमति...15 एकड़ पर अवैध प्लाटिंग...बुनियादी सुविधाएं के नाम पर ठेगा....

रायगढ़ : प्रशासन और नगर निगम की कार्रवाई और सख्ती के बाद भी शहर में अमलीभौना, रामपुर, ढिमरापुर, बोईरदादर में अ‌वैध कॉलोनी और निर्माण चल रहा है भूमाफिया बेखौफ होकर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं कार्रवाई से बचने भूमाफिया 10-15 एकड़ जमीन खरीद रहे हैं एक एकड़ जमीन पर प्लाटिंग की अनुमति लेकर बाकी भूखंड पर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं नगर निगम आयुक्त ने तहसीलदार से 16 लोगों की जानकारी मांगी है, लेकिन शहर में अवैध कॉलोनियों की संख्या 20 से अधिक है.... 

ट्रांसपोर्टनगर से कोसनमारा के रास्ते पर अमलीभौना इलाके में भूमाफिया की मनमानी चरम पर है यहां हाइवे की दाहिनी ओर 20 एकड़ से बड़े भूखंड पर सैकड़ों प्लाट काटे गए हैं इनमें 50 से अधिक मकान बनाए जा चुके हैं यहां वैध-अवैध निर्माण में बड़ा नाम हलदर चौधरी का है हलदर चौधरी ने बड़े भूखंड के एक हिस्से पर अनुमति ली हुई है.... 

कॉलोनी के नाम का बोर्ड या कोई मार्किंग नहीं है इस अनुमति की आड़ में सैकड़ों प्लाट कट रहे हैं यहां भू-माफिया ने कॉलोनी निर्माण के नियमों को ताक पर रखा हुआ है यहां प्लाटिंग पिछले तीन साल से चल रही है लोगों ने मकान भी बना लिए हैं ना तो यहां रास्ता बनाया गया है, ना ही नाली या पानी की निकासी की कोई सुविधा है हालांकि जुगाड़ कर बिजली और पानी की व्यवस्था कर ली गई है.... 

राजस्व रिकार्ड और नक्शे में छोटे-छोटे प्लाट

अमलीभौना के इस इलाके का नक्शा देखें तो यह हलके के नक्शे की बजाय कॉलोनाइनजर का प्लान लगता है भूमाफिया के जुगाड़ से अवैध प्लाट्स में कई लोगों ने डायवर्सन तक करा लिया है नक्शे में सड़क के लिए जमीन भी दिखती है और एक-दूसरे से लगे प्लाट्स। कॉलोनी का प्लान अप्रूव न हो तो छोटे भूखंडों का बटांकन और नक्शा काटना मुश्किल होता है, लेकिन अमलीभौना में जिस हिस्से में अवैध प्लाटिंग हुई है, वहां दो-तीन डिसमिल प्लाट्स की मार्किंग और बटाकंन किया गया है.... 

ईडब्ल्यूएस जमीन 15 से घटाकर हो सकती है 9%

कॉलोनी बनाने के लिए ईडब्ल्यूएस जमीन छोड़ना होता है। एक एकड़ जमीन पर कॉलोनी बन रही हो तो ईडब्ल्यूएस जमीन के बदले नगर निगम निर्धारित शुल्क लेता है। इससे ज्यादा भूखंड पर कॉलोनी बने तो कुल भूखंड का 15 फीसदी हिस्सा ईडब्ल्यूएस के लिए छोड़ा जाता है। भू-माफिया इस नियम को बाइपास करने के लिए एक एकड़ का रजिस्ट्रेशन कराते हैं। तीन-चार लोग मिलकर जमीन बड़ा भूखंड खरीदते हैं और एक एकड़ की अनुमति दिखाकर बाकी पर प्लाटिंग करते हैं.... 

शहर के दूसरे इलाकों में भी ऐसी ही हालत

रामपुर इलाके में पूर्व विधायक के परिजन द्वारा बेची गई जमीन पर दिनेश अग्रवाल नाम के व्यापारी ने अवैध प्लाटिंग की है। बोईरदादर में कृष्ण वाटिका के नजदीक छोटू सिंधी नाम के भू-माफिया ने बड़े भूखंड खरीदकर प्लाटिंग कर दी फ्रेंड्स कॉलोनी और कृष्णा विहार के बीच में ग्रामीणों ने अपनी 10-12 एकड़ भूमि पर प्लाट्स बनाकर बेच दिए। बिजली विभाग व नगर निगम यहां रहने वालों को बिजली पानी दे रहे हैं। बुनियादी सुविधा मिलने और कीमत कम होने से लोग अवैध प्लाट खरीदते हैं.... 

गगन शर्मा, एसडीएम

नगरीय इलाकों में निगम को कार्यवाही का अधिकार होता है बाकी इलाकों में हम कार्रवाई करते हैं जहां से अवैध कॉलोनी या प्लाटिंग की शिकायत आती है, वहां हम नोटिस भेज रहे हैं इसकी प्रकिया चल रही है, यह लगातार चलता रहेगा. ... 


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