रायपुर : रायपुर में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए इसी महीने केंद्रीय टीम आएगी टीम यह देखेगी कि शहर कितना साफ है। इसके साथ ही लोगों से बातचीत कर सफाई व्यवस्था के बारे में राय लेगी। भौतिक परीक्षण के बाद ही सर्वे पूरा होगा और इसके आधार पर ही रायपुर नगर निगम को अंक दिए जाएंगे।
पिछली चूक से सबक लेने का प्रयास
नगर निगम प्रशासन टाप थ्री में शहर को लाने की कवायद में जुटा हुआ है। इसके लिए पिछली चूक से सबक लेकर उसे दुरुस्त किया गया है, ताकि किसी तरह की कमी न रहे। निगम ने शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, सफाई, धूल के कण न दिखें, इसके लिए चार स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई, धुलाई, निर्माणाधीन तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर कवायद जारी है।
2021 में मिला था स्वच्छता के छठा रैंक
पिछले साल 2021 की रैंकिंग में रायपुर नगर निगम ने स्वच्छता में छठवां स्थान हासिल किया था। इससे पहले 21 वीं रैंकिंग थी। कोरोना संकटकाल के बीच रायपुर निगम प्रशासन ने पिछले साल अच्छा प्रदर्शन किया। कुछ खामियां जरूर रह गईं थीं, जिन्हें धीरे-धीरे दुरुस्त कर लिया गया है। निगम के अफसरों ने बताया कि साल 2021 का सर्वे छह हजार अंकों का था। इस बार 75 सौ अंकों का होगा। पहली बार सर्वे में साफ हवा और सफाई मित्रों की सुरक्षा को शामिल किया गया है। लिहाजा इस पर फोकस कर काफी काम किए गए हैं उम्मीद है कि इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में टाप थ्री लायक नंबर मिलेंगे
एसटीपी, सकरी डिस्पोजल प्लांट से बढ़ेगी रैंकिंग
सकरी ट्रेंचिंग ग्राउंड के कचरा डिस्पोजल प्लांट ने स्वच्छता रैंकिंग की ऊंची छलांग को दिशा दी है। प्लांट में कचरे को खाद में तब्दील करना भी शुरू कर दिया गया। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए यह अनिवार्य शर्त थी। पिछले सर्वे में केवल इसी ही रायपुर पिछड़ता रहा है। पिछले साल संकरी में कचरा नष्ट करने और खाद बनाने का प्लांट शुरू कर गीले कचरे से रोज 25 टन खाद बनाई जा रही है। सूखे कचरे को रि-साइकिल के लिए सीमेंट प्लांट भेजा जा रहा है। रामकी कंपनी ने संकरी में 197 करोड़ से प्लांट लगाया है। शहर से कचरा इकट्ठा करने, उसे गीले और सूखे में अलग-अलग करने फिर उसी को खाद में तब्दील करने की साइंटिफिक प्रक्रिया ने पिछले सर्वेक्षण में रायपुर को 87.88 फीसदी अंक दिलाए थे। तीन एसटीपी प्लांट शुरू होने से बेहतर अंक मिलने की उम्मीद है
ढाई लाख घरों से साढ़े पांच सौ टन कचरा कलेक्शन
शहर के ढाई लाख से ज्यादा घरों से रामकी कंपनी रोज साढ़े पांच सौ टन कचरा इकट्ठा कर रही है। कचरा लेने के लिए कंपनी की गाड़ियां करीब 90 फीसदी घरों तक पहुंचने में कामयाब रहीं। 810 कर्मचारी डोर टू डोर पहुंचकर गीला और सूखे कचरा ले रहे हैं। 258 गाड़ियां रोज सुबह से दोपहर तक रिहायशी और बाजार वाले इलाकों में पहुंचकर कचरा इकट्ठा करती हैं। रायपुर शहर को गार्बेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रेटिंग मिली है।
टाप थ्री में आना है
जागरूक जनता के सहयोग से सफाई कर्मचारी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर रहे हैं। तीन एसटीपी प्लांट शुरू करने की तैयारी है। मशीन से सड़कों की धुलाई, सफाई होने से हवा साफ हुई है। पिछले साल के सर्वेक्षण में जो कमियां थीं, उसे दुरुस्त किया गया है। इस साल की स्वच्छता रैंकिंग में टाप थ्री पर शहर को लाने निगम प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है।