रायपुर : महापौर एजाज ढेबर ने खारून नदी में सीवर की गंदगी गिरने से रोकने के लिए चंदनीडीह में निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का शेष काम हर हाल में 25 फरवरी तक पूरा करने को कहा है। उन्होंने कहा कि 26 फरवरी को आकर खुद देखेगे कि काम पूरा हुआ है या नही। महापौर ने चेतावनी दी है कि अगर तय समय पर काम पूरा नहीं किया गया तो ठेका कंपनी पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
एसटीपी का 15 फीसद काम बाकी
चंदनीडीह में 75 एमएलडी क्षमता के एसटीपी का 85 फीसद काम पूरा कर लिया गया है। फरवरी महीने तक अनुबंधित एजेंसी मेसर्स एसएमएस कंपनी ने काम पूरा करने का दावा किया था लेकिन अभी 15 फीसद काम बाकी है। महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि चंदनीडीह में सबसे बड़े आटोमेटिक एसटीपी समेत कारा एसटीपी का काम पूरा होने से इस साल होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में वाटर प्लस का लाभ नगर निगम को मिलेगा और रैकिंग सुधरेगी।
छोकरा नाले का गंदा पानी रिसाइकल होकर खारून में मिलेगा
महापौर ने कहा कि निमोरा एसटीपी का ट्रायल टेस्टिंग हो चुका है। इससे छोकरा नाला में मिलने वाले शहर के छोटे-बड़े नालों का पानी रियूज व रिसाइकल करके खारून नदी में मिलेगा। इसी तरह से कारा एसटीपी का काम पूरा होने के बाद ट्रायल टेस्टिंग का फिनिशिंग का कार्य किया जा रहा है। इसके शुरू होने से जल्द ही तेंदुआ नाला के गंदे पानी को रियूज व रिसाइकल किया जाएगा। यहां से गंदा पानी खारून नदी में ट्रीटमेंट के बाद साफ पानी मिलेगा। निरीक्षण में महापौर के साथ अपर आयुक्त अभिषेक अग्रवाल, सुनील चंद्रवंशी, अमृत मिशन नोडल अधिकारी एवं प्रभारी अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता, सहायक अभियंता योगेश कडु, अंशुल शर्मा, प्रदीप यादव, नितिश झा, मेसर्स एसएमएस कंपनी के संजीव कुमार, कंसल्टेंट पुराणिक ब्रदर्स के प्रतिनिधि अधिकारी थेथे
महापौर ने बताया कि तीनों एसटीपी के शुरू होने से शहर के 17 अलग-अलग नालो निकलने वाले गंदे पानी को रियूज व रिसाइकल करने का काम किया जायेगा।नालों का पानी ट्रीटमेंट के बाद साफ होकर खारून नदी में जाएगा। आने वाले दिनों में खारून में दिखने वाला झाग युक्त पानी और जलकुंभी की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिलेगा