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छत्तीसगढ़ की निगमों में सभापति तय करेंगे पर्यवेक्षक... BJP के 10 नेताओं को दिया गया जिम्मा देखिए पूरी लिस्ट...

छत्तीसगढ़  चुनाव के बाद सभी नगर निगमों में अब सभापति चुना जाना है भाजपा ने इसके लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं सभी 10 निगामों के लिए 10 नेताओं को जिम्म दिया गया है लिस्ट में सांसद संतोष पांडे, धरमलाल कौशिक, नारायण चंदेल जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं सभी को अलग-अलग निगमों का जिम्मा दिया गया है...

पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सांसद संतोष पांडेय् ने संगठन की ओर से मिलने वाली गाइडलाइन के तहत सभापति चुने जाएंगे पार्टी कार्यालय में बैठक होगी जल्द ही प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे सभापति के नामों पर स्थानीय स्तर पर चर्चा करते हुए सहमति में नाम लिए जाएंगे, पार्षदों में से योग्य को जवाबदारी दी जाएगी...

इन नेताओं पर सभापति चुनने का जिम्मा


कैसे होता है सभापति का चुनाव

सभापति पार्षदों में से ही एक को बनाया जाता है संसद या विधानसभा के स्पीकर की तरह नगर निगम की सामान्य सभा का संचालन करने का जिम्मा सभापति पर होता है नगर निगम के नियमाें के मुताबिक महापौर के शपथ ग्रहण के 15 दिन के भीतर सभापति तय किया जाना चाहिए...

इसके लिए कलेक्टर नगर निगम में पार्षदों का सम्मेलन बुलाते हैं इस सम्मेलन में पार्षद सभापति को लेकर वोट करते हैं और सबसे अधिक वोट हासिल करने वाले काे सभापति नियुक्त किया जाता है इस बार प्रदेश की नगर निगमों में भाजपा को बहुमत मिला है तय है सभापति भाजपा के ही होंगे। कई जगहों पर मतदान की स्थिति नहीं बनेगी, निर्विरोध सभापति चुने जाएंगे...

इस प्रक्रिया से पहले भाजपा ने जिन्हें पर्यवेक्षक बनाया है वो पार्षद दल की बैठक करेंगे इस बैठक में सभापति के नाम को लेकर रायशुमारी होगी एक नाम तय हो जाने के बाद पार्षद उसी का समर्थन करते हैं आमतौर पर पार्टी के अनुशासन की वजह से ऐसा नहीं होता कि तय नाम के अलावा कोई पार्षद खुद को सभापति बनाए जाने की मांग करे...

कांग्रेस या दूसरे दल अपना सभापति प्रत्याशी बहुमत न होने की वजह से पेश न कर पाने की सूरत में होते हैं...

नगर पालिका उपाध्यक्ष चुनने इन नेताओं को जिम्मा


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