रायपुर : Plastic Waste Recylcled राजधानी के संकरी में मटेरियल रिकवरी फैसेलिटी (एमआरएफ) एंड प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्लांट बनकर तैयार हो गया है। 15 मीट्रिक टन क्षमता वाले इस प्लांट का परीक्षण भी शुरू कर दिया गया है। मार्च में इसका उद्घाटन होने की उम्मीद है। यह प्रदेश का संभवत: पहला एमआरएफ एंड प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्लांट है, जहां मैन्युअल के बजाय आटोमेटिक तरीके से प्लास्टिक के कचरे और खाली बोतलों की रीसाइक्लिंग की जाएगी। गोकुलनगर में मैन्युअल रीसाइक्लिंग प्लांट है, जहां 12 लोग कार्यरत हैं। इसमें ज्यादातर महिलाएं हैं....
संकरी में तैयार एमआरएफ एंड प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्लांट में परीक्षण शुरू
अधिकारियों ने बताया कि रीसाइक्लिंग प्लांट के लगने से स्वच्छता अभियान को बल मिलेगा। साथ ही लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस प्लांट में रिसाइक्लिंग करने के बाद प्लास्टिक के कचरे और बोतलों को दाने में तब्दील कर बेचा जाएगा, जिससे निगम की आमदनी भी होगी। इससे शहर की नाली-नाले के चोक होने की समस्या से निजात मिलेगी और पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा। उनका कहना है कि इन दानों से कुर्सी, टेबल, खिलौने आदि सामान बनाए जा सकेंगे....
6 करोड़ रुपये की लागत से प्लांट तैयार
संकरी ट्रेचिंग ग्राउंड में छह करोड़ रुपये की लागत से प्लांट तैयार किया गया है। शहर की सफाई व्यवस्था संभाल रही रामकी कंपनी ने इसे तैयार कराया है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि प्लांट की रोजाना की क्षमता 15 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरे और बोतलों की रीसाइक्लिंग करने की है। वर्तमान में शहरभर से रोजाना करीब ढाई टन कचरा मिल रहा है। रायपुर के अलावा धमतरी, भिलाई-दुर्ग, राजनांदगांव, महासमुंद व अन्य जिलों से प्लास्टिक कचरे और बोतलों को मंगाए जाने की कवायद की जा रही है। प्लांट में 75 लोग काम कर रहे हैं। काम बढ़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी....