शहर के कई इलाकों में फरवरी में ही पानी का संकट पैदा होने लगा है। सबसे ज्यादा दिक्कत खमतराई, दलदल सिवनी, मोवा, सड्ढू, भनपुरी में हो रही है। नलों से पानी इतना कम आने लगा है कि टैंकर भेजने पड़ रहे हैं, तब लोगों की जरूरत पूरी हो पा रही है। गर्मी बढ़ने पर किल्लत और बढ़ सकती है। नगर निगम फिलहाल जोन और मुख्यालय के टैंकरों से सप्लाई कर रहा है। बोर वाले नलों से भी पानी की आपूर्ति जिस तरह से कम होती जा रही है, उससे आशंका जताई जा रही है कि मार्च की शुरुआत से ही निगम को किराए के टैंकर चलाने पड़ेंगे....
हालांकि निगम को पहले ही इसका अनुमान था। इस वजह से गर्मी शुरू होने से पहले ही किराए पर टैंकर चलाने टेंडर जारी कर दिया है। निगम के हर जोन और मुख्यालय के पास टैंकर होने के बावजूद पानी की किल्लत गर्मियों में इतनी बढ़ जाती है टैंकर किराये पर लेना पड़ जाता है। पानी की सप्लाई पर्याप्त करने के लिएम अमृत मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने से लेकर नए कनेक्शन देने का काम चल रहा है....
14 नई टंकियां बन गई हैं। इनमें से 8 से पानी की सप्लाई हो रही है और चार टेस्टिंग के स्तर पर है। गर्मी तक इन टंकियों से पानी सप्लाई का दावा किया जा रहा है। फिर भी सभी टंकियां चालू होना मुश्किल है। दो टंकियां बनने में इस साल दिसंबर तक का इतंजार है। इसलिए निगम को इस साल भी कई इलाकों में टैंकर की जरूरत महसूस हो रही है....
नई टंकियां यहां हो चुकी शुरू
कुकुरबेड़ा, बोरियाखुर्द, अमलीडीह, लाभांडी, देवपुरी, कचना, लालपुर, आमासिवनी, रायपुरा टंकियां शुरू हो चुकी हैं। जोरा, टाटीबंध, भनपुरी, कुकुरबेड़ा में पाइपलाइन बिछ चुकी है। टेस्टिंग चल रही है। टेस्टिंग के बाद पानी की सप्लाई शुरू होने का अनुमान है। यदि गर्मी तक ये टंकियां शुरू हो जाती हैं तो लोगों को पानी की दिक्कत नहीं होगी, लेकिन पानी सप्लाई में देरी हुई तो यहां टैंकर से सप्लाई करनी होगी....
30 से 35 टैंकरों की जरूरत
निगम के अलग-अलग जोन से करीब 30 से 35 टैंकरों की जरूरत बताई गई है। इस आधार पर टेंडर जारी किया गया है। निगम के अफसरों का कहना है कि फिलहाल टैंकरों का टेंडर आपातकाल के लिए किया गया है। जरूरत पड़ने पर ही किराए के टैंकर चलाए जाएंगे। निगम के पास अपने 32 टैंकर हैं। इसके अलावा 30 टैंकर भी किराए से चलाने पड़ेंगे तो इस साल भी शहर को 50 से 60 टैंकरों के जरिए पानी की सप्लाई करनी पड़ेगी....
निगम की पाइप लाइन ही नहीं पहुंची
कबीर नगर और सड्ढू हाउसिंग बोर्ड कालोनी नगर निगम को हैंडओवर की जा चुकी है। इन कालोनियों में तीन हजार से ज्यादा घर हैं। इन कालोनियों में हाउसिंग बोर्ड की टंकियां से पानी पहुंचता है। यहां निगम की पाइपलाइन नहीं बिछी है। गर्मी में इन कालोनियों में पानी की दिक्कत बढ़ती है। इन कालोनियों में हर साल रोज दर्जनभर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है....
एजाज ढेबर, महापौर रायपुर
अब हमें किराए पर ज्यादा टैंकर नहीं चलाने पड़ रहे हैं इस साल तो और भी नहीं पड़ेंगे हाउसिंग बोर्ड की कालोनियों और कुछ इलाकों में जहां अभी अमृत मिशन का काम पूरा नहीं हुआ है वहां पानी की दिक्कत हो सकती है वहां भी अपने टैंकरों से सप्लाई की जाएगी....