BILAShPUR NEWS : आधे घंटे की बारिश में शहर के अधिकांश जगहों पर पानी भर गया निगम का ड्रेनेज सिस्टम फेल तो शुरू से है, इसे सुधारने जो कवायद किए जा रहे हैं, इसका लाभ भी इस बरसात नहीं मिलेगा निगम हर साल नाली-नाला बनाने के नाम पर 10 करोड़ से अधिक खर्च करते आ रहा है, जब इसका लाभ नहीं मिला तो स्मार्ट सिटी शहर में अब 50 करोड़ में कई जगहों पर नाले बना रहा है बारिश के मौसम में शहर को सरोवर बनाने में निगम तो दोषी है ही, पब्लिक भी जिम्मेदार है....
शाम हुई आधे घंटे की बारिश ने साबित कर दिया कि निगम का ड्रेनेज सिस्टम फेल है बारिश से शहर के गली-मोहल्ले, चौक-चौराहे सरोवर बन गए थे जल भराव के लिए निगम जिम्मेदार भी है और दोषी भी हर बारिश में शहर सरोवर बन जाता है नीचले इलाके के घरों में पानी घुस जाता है, लेकिन कुछ जगहों पर जल भराव के लिए पब्लिक भी जिम्मेदार हैं, क्योंकि नाले पर कब्जा कर किसी ने मकान बना लिए हैं तो किसी ने दुकान ऐसे में वहां सफाई नहीं की जा सकती, यह भी जल भराव का एक कारण है। { पुराना बसस्टैंड, सिटी कोतवाली { बंधवापारा सरकंडा, चौबे कॉलोनी सरकंडा, जगदंबा कॉलोनी { लिंग रोड स्थित कौशलेंद्र राव लॉ कॉलेज के पास { लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान { शनिचरी रपटा समेत अन्य जगहों पर { जरहाभाठा में कटहल गली, मस्जिद गली, गुप्ता आटा चक्की गली, जेपी वर्मा कॉलेज के पास पानी भरने के साथ ही मस्जिद गली { तालापारा, कुम्हारपारा, मगरपारा का नीचला हिस्सा { श्रीकांत वर्मा मार्ग, मित्र विहार कॉलोनी....
सीवरेज प्रभारी सुरेश बरूआ का कहना है कि मेन होल के ढक्कन सड़क के लेवल मे नहीं हो सकता अब ऐसा लग रहा है कि बड़ी दुर्घटना के बाद ही निगम सबक लेगा निगम के इंजीनियर बरसात में चिंगराजपारा की सड़क पर घु़मेंगे तब उन्हें समझ आएगा कि बारिश में यहां चलना कितना खतरनाक है.....{ पुराना बस स्टैंड राजीव प्लाजा के सामने { राजेंद्र नगर चौक स्थित दुकानों के सामने { लिंग रोड स्थित बिग बाजार के पास { बहतराई के पास { सीपत रोड सरकंडा आउटर के वार्डों में नाले-नालियां जाम है और कब्जे की भी शिकायतें हैं कॉलोनियों में निकासी की भारी समस्या है बहतराई चौक से लेकर प्रथम हॉस्पिटल से आगे तक नाले-नालियों पर बड़ी संख्या में कब्जा है किसी ने पार्किंग तो किसी ने दुकान बना रखी है आसपास के कॉलोनियों में निकासी की समस्या हो रही है यहां के रहवासियों ने पार्षद से लेकर महापौर और निगम कमिश्नर से भी शिकायत की हैं, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ...