रायपुर : शहर के आवारा और बीमार कुत्तों को पकड़कर डॉग शेल्टर में रखा जाएगा डॉग शेल्टर का काम मानसून के पहले पूरा होने की उम्मीद है उसके बाद हर माह करीब चार से पांच सौ श्वानों को पकड़कर उनका उपचार, नसबंदी और इलाज किया जाएगा इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है 29 दिन के भीतर ठेका कंपनी को काम शुरू करना होगा निगम ने डॉग शेल्टर के लिए बजट में 48.50 लाख दिए हैं पूरी योजना 1.20 करोड़ की है शहर में आवारा कुत्तों को नियंत्रित की जनसंख्या वृद्धि से रोकने के लिए भी डाग शेल्टर का उपयोग किया जाएगा....
इसके लिए निगम की ओर से कुत्तों को पकड़ने, उनके स्टरलाइजेशन इत्यादि के लिए टेंडर जारी किया गया है शहर के पेट लवर्स को लेकर डॉग शेल्टर का संचालन किया जाएगा यह राजधानी का पहला डॉग शेल्टर होम होगा शुरुआत में 48.50 लाख रुपए से बाउंड्री और शेड इत्यादि बनाकर शेल्टर होम शुरू करने का प्लान है इसके बाद यहां वेटनरी अस्पताल और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी शुरुआत करीब 500 कुत्तों से किया जाएगा जरूरी संसाधन विकसित होने के बाद यहां कुत्तों की संख्या बढ़ाई जाएगी इससे शहर में आए दिन हो रही डॉग बाइट्स की घटनाएं कम की जाएगी....
इससे पहले निगम ने कुत्तों पर नियंत्रण के लिए नसबंदी और उन्हें पकड़कर शहर से बाहर भेजने सहित कई प्लान बनाए थे सभी फेल रहे महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि डॉग शेल्टर का संचालन पीपीपी मोड जैसा होगा सुविधाएं नगर निगम विकसित करेगा और कुत्तों की देखभाल, उनके लिए भोजन इत्यादि की व्यवस्था निजी संगठन और डॉग लवर्स करेंगे वेटनरी अस्पताल वहीं बनेगा बीमार और आक्रामक कुत्तों को पड़कर शेल्टर में लाया जाएगा....