रायपुर : राजधानी में वायु प्रदूषण कम करने और शहर की आबोहवा सुधारने के लिए अब रायपुर नगर निगम यहां बनने वाली बिल्डिंग्स और मकानों को तोड़ने और बनाने के दौरान निकलने वाले मलबे को कलेक्ट करेगा इसके लिए बकायदा नंबर भी जारी किए गए हैं निदान 1100 और कंपनी के फोन नम्बर 8815898845 में कॉल करके या खुद से भी परिवहन कराया जा सकता है....
नगर निगम की ओर से वेस्ट मटेरियल को हीरापुर जरवाय में तैयार प्लांट में ले जाया जाएगा और यहीं इन्हे रिसाइकिल कर इनके रिप्रोडक्ट तैयार किये जाएंगे अधिकारियों के मुताबिक भारत सरकार की ओर से जारी निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा भी नगरीय निकाय निर्माण एवं विध्पशिष्ट प्रबंधन नीति 2017 बनायी गई है जिसमें वायु गुणवत्ता सुधार और पर्यावरण संरक्षण के लिए भारत सरकार द्वारा जारी नियम को भी शामिल किया गया है....
इसी दिशा में नगर निगम रायपुर के हीरापुर जरवाय इलाके में निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट प्रसंस्करण प्लांट लगभग 2 एकड़ इलाके में बनाया गया है जिसकी क्षमता 65 टन प्रति शिफ्ट है यहां रीसाइक्लिंग के लिए 160 स्वसहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें सीएण्डडी वेस्ट से प्राप्त सीमेंट पाउडर, रेत, कॉन्क्रीट, टाइल्स के टुकड़े को अलग-अलग कर इससे पेवर ब्लॉक, ड्रेन कवर, प्रीकॉस्ट सीटिंग बैंच, क्ले ब्रिक्स जैसे उत्पादों का निर्माण भी किया जा रहा है...
उन्होंने बताया कि लोगों और संस्थाओं के माध्यम से निर्माण कार्य से निकलने वाले CND वेस्ट को भी खुद से प्लांट में परिवहन किया जा सकता हैं भारत सरकार की ओर से जारी निर्माण विध्वंस अपशिष्ट नियम का पालन करते हुए शहर में निर्माण कार्म के दौरान निकलने वाले CND वेस्ट को रीसाइक्लिंग कर फिर से उपयोग में लाया जा रहा है धूल के कारण होने वाले पर्यावरण को होने वाले नुकसान रोका जा सकता है और शहर को धूल मुक्त करने के साथ ही साथ वायु गुणवत्ता में भी सुधार लाया जा सकता है...