भिलाई : बीएसपी के टाउनशिप क्षेत्र में लगातार विकास काम हो रहे हैं, लेकिन इस विकास की तेज गति में कही-कही पर एनओसी को लेकर दिक्कत है। इससे विकास की गति धीमी हो रही है। जनप्रतिनिधियों की मांग और प्रस्ताव पर निगम भिलाई ने टाउनशिप में विकास कार्य करवा रही है...
2017-18 से लेकर 2022-23 तक इन 5 साल में निगम प्रशासन ने कुल 124 विकास कार्य का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। लेकिन ढाई करोड़ के ये विकास कार्य सिर्फ निगम के फाइल में ही दबी पड़ी है...
ग्राउंड पर एक ईंट तक नहीं रख पाए हैं वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि अधिकांश विकास काम को बीएसपी ने एनओसी ही नहीं जारी हो रही है इसे लेकर निगम आयुक्त रोहित व्यास ने जोन आयुक्तों और इंजीनियरों की समीक्षा बैठक ली. ..
समीक्षा बैठक में जब विकास कार्यों की सूची मंगाई गई तब पता चला सिर्फ बीएसपी एरिया में ढाई करोड़ का विकास कार्य ऐसा है, जिसे शुरू ही नहीं कर पाए हैं आयुक्त ने बीएसपी प्रबंधन से बैठक कर सभी विकास कार्यों को शुरू करने का निर्देश दिए हैं...
निगम ने सोलर पैनल की प्लानिंग पर अब भी काम शुरू नहीं
जोन 5 के विभिन्न प्रमुख उद्यान जहां लोगों का आना जाना लगा रहता है इन उद्यानों में सोलर पैनल लगाने की योजना बनाई गई है ताकि रात में भी गार्डन में प्रकाश की उचित व्यवस्था हो दो साल पहले 20 लाख का प्रस्ताव बनाया गया था, बजट होने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया इसे लेकर क्रेडा के निर्देश पर ही प्लान तैयार किया गया है....
खेल मैदान का निर्माण अटका, शासन से बजट मिल चुका
वार्ड 52 सेक्टर 4 शासकीय स्कूल के समीप खेल मैदान का डेवलपमेंट किया जाना है 98 लाख की यह योजना 2021 में बनाई गईथी इसके लिए शासन से बजट भी मिल गया है और निगम अपनी तैयारी पूरी कर ली है। लेकिन सिर्फ बीएसपी से एनओसी नहीं मिली है इस वजह से खेल मैदान की स्वीकृति के बाद भी यह पूरा मामला अब तक अटका हुआ है बच्चों और युवाओं को खेल मैदान उपलब्ध नहीं हो है....
साडा के समय से अनापत्ति प्रमाण पत्र को लेकर विवाद
साडा के जमाने से बीएसपी और नगर निगम के बीच मतभेद बना हुआ है कभी टैक्स को लेकर तो कभी जमीन को लेकर विवाद चलते रहता है बीएसपी अपने क्षेत्र में अपने हिसाब से काम करना चाहती है, लेकिन नगर निगम बीएसपी को सिर्फ एक प्राइवेट कलोनाइज़र के रूप में मानती है। टाउनशिप क्षेत्र के वार्डों में मूलभूत सुविधाओं के अलावा विभिन्न विकास कार्य करवा रहे है प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने, स्वीकृति कराने से लेकर बजट भी पास कराकर लाते है..लेकिन जब विकास कार्य का समय आता है तब बीएसपी एनओसी नहीं मिलने से काम रूक जाता है..