बिलासपुर : सरकारी विभाग के अफसरों की आंखें इस कदर बंद है कि लोगों की मौत के बाद भी नहीं खुलती बीते डेढ़ महीने में अंधेरे व खुले गड्ढे-नाले की वजह से तीन जानें जा चुकी हैं लेकिन सरकारी काम का तरीका नहीं बदला यही वजह है कि सबसे व्यस्त रहने वाले सिरगिट्टी ओवर ब्रिज में अंधेरा पसरा रहता है और कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है...
बता दें कि विद्युत यांत्रिकी विभाग और सेतु विभाग की आपसी खींचतान में सिरगिट्टी फ्लाईओवर की विद्युत व्यवस्था पिछले 10 माह से ठप है। कहीं एलईडी खराब है और कहीं बिजली के पोल टूटे हैं विद्युत यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता निर्मल टोप्पो के अनुसार 10 माह पहले सेतु विभाग ने बिजली व्यवस्था दुरूस्त करने पत्राचार किया था पर राशि नहीं मिलने से काम नहीं हो पाया इस काम में करीब 14 लाख रुपए खर्च का अनुमान है यह फ्लाइओवर सेतु विभाग से नगर निगम को हैंडओवर होना है बिजली की खराब व्यवस्था होने की वजह से निगम भी हैंडओवर लेने से इंकार कर रहा है...
औद्योगिक क्षेत्र से मिलता है करोड़ों का राजस्व
सिरगिट्टी फ्लाइ ओवर औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ता है जिससे शासन को करोड़ों का राजस्व मिलता है इस फ्लाइओवर से भारी वाहन अधिक संख्या में गुजरते हैं यह सिलसिला दिन और रात दोनों चलता है इसके बावजूद सेतु विभाग ने पिछले 10 माह से खराब हुई बिजली व्यवस्था की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है....
मरम्मत की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है
शहर में जितने भी ब्रिज है उसके मरम्मत की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की है इसके बावजूद पिछले 10 माह से सिरगिट्टी फ्लाइओवर की बिजली व्यवस्था नहीं सुधर पाई है शहर में तिफरा, उसलापुर,देवकीनंदन चौक स्थित नया पुल, इंदिरा सेतु व अन्य पुल पर भी पीडब्ल्यूडी ही मरम्मत कराता है सेतु विभाग भी पीडब्ल्यूडी का विंग है जिसे मरम्मत की राशि विद्युत यांत्रिकी विभाग को तय समय में उपलब्ध करा दी जाती तो अब तक यह फ्लाइओवर निगम को हैंडओवर भी हो जाता...