नगर निगम भिलाई की आर्थिक स्थिति खराब है हाल यह है कि निगम के पास अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के पैसे नहीं है। इसी हालात से निपटने के लिए निगम अब अपनी आय बढ़ाने की तैयारी कर रहा है इसी के मद्देनजर निगम ने संपत्ति कर देने वालों का सर्वे शुरू कर दिया है इससे यह जानने की कोशिश की जा रही है कि शहर में कितने आवासीय, आवासीय सह व्यावसायिक और व्यावसायिक भवन हैं कौन से भवन में कितनी मंजिल के हैं, कितने क्षेत्र में बने हैं और फिलहाल उनकी ओर से कितना टैक्स दिया जा रहा है....
नगर निगम भिलाई का मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 में 38 करोड़ रुपए टैक्स वसूली का लक्ष्य है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसे बढ़ाकर 70 करोड़ रुपए तक पहुंचाने की योजना है निगम ने टैक्स की वसूली का जिम्मा प्राइवेट एजेंसी श्री पब्लिकेशन को सौंप दिया है यह एजेंसी शहर के हर घर, दुकान का सर्वे कर नए सिरे टैक्स निर्धारण करने में मदद करेगी...
मकान के चारों ओर की तस्वीर अपलोड होगी
सर्वे के साथ निगम प्रशासन पहली बार जीयो ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग करेगा। इस सिस्टम के शुरू होने से यह फायदा यह होगा कि कोई भी करदाता ने कितने वर्ग फीट या मीटर में कितना बड़ा मकान बनाया है, यह पता चल जाएगा। यदि किसी ने दो या तीन मंजिला मकान बना लिया है और वह केवल एक मंजिल का ही टैक्स भर रहा है तो इसका पता चल जाएगा। यह पूरा सिस्टम निगम के साफ्टवेयर से जुड़ा रहेगा। इसके लिए सर्वे करने वाली टीम मौके पर जाकर सभी मकानों का चारों दिशाओं से और ऊपर से जीयो ट्रैकिंग के माध्यम से फोटो खींचकर साफ्टवेयर में अपलोड कर देगी...
हिंदी में मिलेगा टैक्स का बिल
निगम अगले कुछ दिनों में घर-घर जाकर टैक्स वसूली की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। जो लोग टैक्स जमा करेंगे, उन लोगों को हिंदी में लिखा हुआ बिल दिया जाएगा, ताकि पता चल सकें कि संपत्तिकर, यूजर चार्ज, जलकर, शिक्षा उपकर आदि किस आधार पर और कितना लिया जा रहा है। हिंदी में बिल मिलने से लोगों को समझने में आसानी होगी...
एसएमएस भेजकर याद दिलाएंगे
निगम करदाताओं को हर महीने मोबाइल पर मैसेज भेजकर याद दिलाएगा कि उन्हें टैक्स कब तक और कितना जमा करना है। हर वार्ड में जो डोर-टू-डोर कलेक्शन करने वालों का फोटो, नाम पता, मोबाइल नंबर वार्ड में प्रमुख स्थानों, निगम भवन व पार्षद कार्यालय में चस्पा किया जाएगा...