बिलासपुर में नगर निगम में शामिल हुए ग्राम पंचायतों की सरकारी जमीन पर भू-माफियाओं की नजर है यहां नगर निगम के साथ ही टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से अनुमति के बिना ही अवैध प्लॉटिंग चल रही है बिल्डर और भू-माफियाओं ने नगर निगम के अफसरों से मिलीभगत कर सरकारी जमीन में सड़क निर्माण भी शुरू कर दिया है नया मामला निगम के वार्ड क्रमांक चार घुरू का है, जहां श्मशान घाट की जमीन पर कब्जा शुरू हो गया है...
शहर से लगे 17 ग्राम पंचायत, नगर पंचायत और नगर पालिका को नगर निगम सीमा क्षेत्र में शामिल किया गया है, जिसमें देवरीखुद से लेकर सिरगिट्टी, तिफरा, सकरी के साथ ही सरकंडा क्षेत्र शामिल हैं। नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद से इन इलाकों की सरकारी जमीनों पर भू-माफियाओं की नजर है। यही वजह है कि इन जगहों में कृषि भूमि में बड़े पैमाने पर अवैध प्लॉटिंग का खेल चल रहा है...
नगर निगम के अफसर भले ही अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई करने का दावा कर रहे हैं। लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और है। दरअसल, अवैध प्लाटिंग में नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी खुद शामिल हैं। यही वजह है कि अधिकारी सिर्फ नोटिस देकर खानापूर्ति कर रहे हैं। जबकि, नोटिस के बाद भी भू-माफिया और बिल्डर रोड बनाने के साथ ही प्लॉट काटकर बेचने का काम कर रहे हैं....
श्मशान घाट की जमीन पर कब्जा
हद तो तब हो गई जब भू-माफियाओं ने श्मशान की भूमि पर भी कब्जा कर लिया है। शहर से लगे घुरु से तिफरा जाने वाले मुख्य मार्ग पर जहां श्मशान घाट है। उसके किनारे से एक कॉलोनी के लिए सड़क बना लिया गया है। यहां 22 डिसमिल जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है और यहां लोगों की अंत्येष्टि के लिए जमीन नहीं है....
वार्ड के लोगों ने कलेक्टर से भी शिकायत की....
यहां के लोगों ने श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जा कर सड़क बनाने की शिकायत भी की थी। लेकिन, इसके बाद भी जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भू-माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। दरअसल, जमीन कब्जा करने के इस खेल में जनप्रतिनिधि और स्थानीय जमीन दलाल भी शामिल हैं, जिसके कारण भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है....