बिलासपुर : अरपा नदी और तालाबों से जलकुंभी निकालने के लिए नगर निगम हर महीने 13 लाख 50 हजार रुपए खर्च करेगा इसके लिए दिल्ली की मेसर्स क्लीन टेक इंफ्रा कंपनी को ठेका दिया है कंपनी ने ठेका मिलने के बाद मशीन मंगाई है, जो शनिवार से काम करना शुरू करेगी दावा किया जा रहा है कि इससे नदी और तालाबों की सफाई होगी और लोगों को निस्तारी के लिए साफ पानी मिलेगा...
दरअसल, अरपा नदी और शहर के तालाबों में जलकुंभी होने के कारण वहां के पानी का निरस्तारी के लिए उपयोग नहीं हो पाता है। इससे पहले तक नगर निगम हर साल मेनुअली तरीके से कर्मचारियों और हाईवा की मदद से जलकुंभी की सफाई कराता रहा है, जिसमें लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। यही वजह है कि जिला प्रशासन ने शहर के तालाबों और नदी से जलकुंभी की सफाई करने के लिए नगर निगम प्रशासन से दिल्ली की कंपनी मेसर्स क्लीन टेक इंफ्रा को एक साल के लिए ठेका दिया है....
हर साल खर्च होगा दो करोड़ रुपए
कंपनी ने ठेका मिलने के बाद 40 फीट लंबी और 15 फीट चौड़ी एक्वा वीड हार्वेस्टर मशीन को पुणे से एक बड़े वाहन में शहर भेजा है इस मशीन से पहले अरपा छठघाठ को जलकुंभी से मुक्त किया जाएगा छठ पूजा के दौरान घाट और तालाबों की सफाई के लिए निगम स्थानीय संसाधान की मदद हर साल लेता था, लेकिन अब मशीन किराए पर लेने के बाद निगम को स्थानीय संसाधन की मदद नहीं लेनी पड़ेगी इसमें एक साल में करीब दो करोड़ रुपए खर्च होगा....
ऐसे काम करती है मशीन
जलकुंभी साफ करने वाली मशीन बीड हार्वेस्टर बड़ी तेजी से काम करती है पानी पर तैर कर जलकुंभी बटोरती है उसे पीछे फेंक देती है जिसे ट्रॉली में जमा कर लिया जाता है फिर उसके बाद ट्रक के माध्यम से ट्रॉली को ग्राउंड भेज दिया जाता है इसी प्रक्रिया के तहत मशीन काम करेगी खास बात है कि यह मशीन 2 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार 7 फीट चौड़ाई पर जलकुंभी निकालने का कार्य करती है...
शनिवार को पूजा अर्चना के बाद शुरू होगा काम
शहर के जलस्रोतों में पनप रही जलकुंभी को साफ करने के लिए मेयर रामशण यादव यादव ने सुध ली थी उन्होंने मशीन से जलस्रोतों को जलकुंभी से मुक्त कराने के लिए एमआईसी में मशीन किराए में लेने के लिए प्रस्ताव पास किया था शुक्रवार दोपहर यह मशीन अरपा छठघाट पहुंच गई है शनिवार को मेयर रामशरण यादव मशीन की पूजा-अर्चना सफाई कार्य का शुभारंभ करेंगे....
3 माह छोड़कर 8 घंटे रोज चलेगी मशीन
नगर निगम के ईई अनुपम तिवारी के मुताबिक नगर निगम ने वर्षा ऋतु के तीन महीने को छोड़कर एक साल के लिए निगम क्षेत्र में मशीन को कार्य कराने के लिए अनुबंध किया है मशीन द्बारा निकाले गए सभी जलकुंभी को निगम परिवहन कर कछार स्थित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट में ले जाएगा, जहां इसे प्रसंस्करण कर खाद में परिवर्तित किया जाएगा यह मशीन रोजाना आठ घंटे तक जलकुंभी की सफाई करेगी...