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पानी चोरी हो रहा है इसलिए बस्तियों तक नहीं पहुंच रहा...निगम के अफसर-नेता जानते हैं लेकिन चुप हैं ?

रायपुर : गर्मी के आते ही आउटर के इलाकों में कुछ प्राइवेट बिल्डरों ने नगर निगम से विधिवत सप्लाई ली इससे वे अपनी कालोनियों के लिए पानी ले रहे हैं यहां तक तो ठीक है, लेकिन इसके साथ ही जो अवैध काम चल रहा है, वो ये है कि निगम के नार्मल फ्लो से पानी कम आने पर वे जमीन के भीतर पंप लगाकर पानी खींच रहे हैं... 

अपनी कालोनी की जरूरत को पूरा करने के लिए पंप लगा रहे हैं, जो अवैध है ये पंप जमीन के भीतर लगाए जा रहे हैं, ताकि किसी को खबर न हो ऐसा आउटर की कई काॅलोनियों में चल रहा है इसका असर ये है कि पंप से निगम का पानी काॅलोनियों में खींच लिया जा रहा है और बस्तियो में पानी की किल्लत शुरू हो गई है इन बस्तियों के लिए निगम के टैंकर लगाए जा रहे हैं ये निगम ने अफसरों और नेताओं को पता है, लेकिन इसे रोकने के लिए कभी कुछ नहीं किया गया... 

राइजिंग लाइन में ‌अ‌वैध कनेक्शन भी बड़ी वजह

महानदी से रायपुर निगम को रोज 500 क्यूसेक से ज्यादा पानी मिलता है भाठागांव फिल्टर प्लांट में पानी साफ होने के बाद टंकियों को भरा जाता है फिल्टर प्लांट से इन टंकियों तक मेन राइजिंग लाइन बिछाई गई है राइजिंग लाइन में आठ से दस घंटे तक पानी का फ्लो रहता है इसी लाइन से टंकियों में पानी भरा जाता है इसमें कनेक्शन देना प्रतिबंधित होता है बताया जा रहा है कि मेन राइजिंग लाइन में चोरी-छिपे कनेक्शन ले लिया गया है इस वजह से बड़ी मात्रा में पानी अवैध कनेक्शन में चला जाता है... 

मोवा, सड्‌ढू, दलदल सिवनी अमलीडीह इलाके में शिकायतें

मोवा, सड्‌ढू, दलदल सिवनी, आमासिवनी, अमलीडीह, बोरियाखुर्द, डुंडा आदि आउटर के अलावा भीतर के लगे हुए वार्डों में भी पानी कम आ रहा है नगर निगम सीमा के भीतर की प्राइवेट कालोनियां पानी के लिए निगम से कनेक्शन लेती हैं उन्हें दो से तीन इंच का कनेक्शन दिया गया है नियम यह है कि निगम की सप्लाई लाइन से कालोनियों के संपवेल में नैचुरल फ्लोर से पानी आना चाहिए इन इलाकों में शिकायते हैं कि पंप लगाकर निगम का पानी खींचा जा रहा है, जिसके किल्लत हो रही.... 

एक बड़ी कॉलोनी में पकड़ी गई चोरी, लेकिन मामला दबा दिया गया

निगम के ठेकेदारों ने बताया कि इस तरह की कुछ चोरियां सड्‌ढू इलाके में पकड़ी गई थीं पाइपलाइन रिपेयरिंग के दौरान निगम के ठेकेदारों ने जब जमीन के नीचे पंप देखा, तो मामला खुला पंप की वजह से कालोनी के संपवेल में ज्यादा पानी पहुंच रहा था चोरी पकड़े जाने पर कालोनाइजर ने मामले को दबा दिया बताया जा रहा है कि आउटर के इलाकों में ऐसे दर्जनों अवैध पंप हैं ऊपरी तौर पर इसकी जांच भी संभव नहीं है यह सभी को पता है... 

पानी की समस्या, सवाल और जवाब

सवाल : अमृत मिशन में 157 करोड़ खर्च कर 14 टंकियां बनाई, 728 किमी पाइपलाइन फिर पानी की किल्लत क्यों ?

जवाब : 70 फीसदी पानी की दिक्कत कम हो गई है आउटर में पानी मिलने लगा है कुछ काम बाकी है, जल्द पूरी दिक्कत खत्म होगी जिम्मेदार : अमृत मिशन के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे अधिकारी, जिनकी जिम्मेदारी थी घर-घर पर्याप्त पानी पहुंचाना... 

सवाल : प्राइवेट कालोनियों को विधिवित कनेक्शन, फिर पंप लगाकर क्यों चोरी किया जा रहा है पानी ?

जवाब : इसकी जानकारी नहीं है ऐसा हो रहा है तो निश्चित तौर पर जांच कराई जाएगी और कार्रवाई भी करेंगे जिम्मेदार : इसकी जांच नहीं की जाती जोन कमिश्नर और जोन के जल विभाग के अधिकारी....

सवाल : लीकेज, पानी चोरी और पाइप फूटने की मानिटरिंग क्यों नहीं जांच का सिस्टम क्या ?

जवाब : अमृत मिशन के तहत नई टंकियों और स्मार्ट सिटी के 24 घंटे पानी में स्कॉडा सिस्टम से निगरानी होगी जिम्मेदार : स्कॉडा तकनीक से यह संभव, लेकिन इसपर काम ही नहीं चीफ इंजीनियर जल विभाग... 

अगर पंप लगाकर निगम का पानी खींच रहे हैं, तो यह गलत है

पानी की कोई किल्लत नहीं है अभी तक किसी कॉलोनी में जमीन के अंदर पंप लगाकर निगम का पानी खींचने जैसा मामला सामने नहीं आया है अगर ऐसा है, तो यह गैरकानूनी है जांच करवाएंगे....

सतनाम पनाग, अध्यक्ष जल विभाग, नगर निग

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