उदयपुर : शहर के लिए अच्छी खबर है, लेकिन आशंका भी जुड़ी है अच्छी खबर इसलिए कि ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने सिटी रेलवे स्टेशन से कलेक्टर निवास तक एलिवेटेड राेड बनाने के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का वर्क ऑर्डर जारी कर दिया है....
आशंका यह है कि इसकी डीपीआर ताे पहले भी बनी है, लेकिन यह राेड बन कभी नहीं पाई इस बार भी इसका हश्र कुछ इसी तरह का न हाे जाए यह आशंका इसलिए भी मजबूत है, क्याेंकि वही निगम इसकी डीपीआर तैयार करा रहा है, जिसने देहलीगेट पर 25 कराेड़ की लागत से बनने वाले फ्लाईओवर के काम से ही यह कहते हुए हाथ पीछे खींच लिए थे कि उसके पास इतना बजट ही नहीं है ऐसे में इस प्रोजेक्ट का बजट तो 200 करोड़ रुपए तक रहेगा, जिसे नगर निगम कैसे वहन करेगा ?
अब नगर निगम ने 2023-24 में अपने बजट में एलिवेटेड निर्माण काे शामिल किया था। इसी के तहत गुरुवार को दिल्ली की होल टेक कंपनी को 47.31 लाख रुपए में डीपीअार बनाने ठेका दे दिया यह कंपनी चार माह में डीपीआर बनाकर सौंपेगी निगम ने इससे पहले मार्च 2023 में भी टेंडर निकाले गए थे, लेकिन तब किसी फर्म के शामिल नहीं होने पर इसे निरस्त करना पड़ा था इसके बाद 15 मई को टेंडर निकाले गए थे इसमें होल टेक अलावा एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड और मोनार्क सर्वेयर एंड इंजीनियरिंग कंसल्टेंट कंपनी सहित अन्य ने आवेदन किए थे....
पांच साल पहले भी डीपीआर बनी, पर...
वर्ष 2018 में उदियापोल से कोर्ट चौराहे तक 129.40 करोड़ की लागत से 1.650 किमी लंबे 4 लेन एलिवेटेड रोड की डीपीआर बनी इसे मंजूरी भी मिल गई इस सीमा में आने वाले भवनों को चिह्नित करने और नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है कंपनी ने पूरा करने के लिए तीन साल यानी वर्ष 2021 का समय रखा है प्रोजेक्ट की डीपीआर में खुद एजेंसी ने प्रोजेक्ट को आर्थिक रूप से अनुपयोगी बताया था बाद में यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया इसके बाद अलग-अलग समय पर एलिवेटेड रोड को लेकर घोषणाएं होती रहीं, लेकिन ये कभी पूरी नहीं हो पाई....
निगम तो 25 करोड़ नहीं जुटा पाया था
इस एलिवेटेड रोड की जगह देहली गेट चौराहे पर फ्लाईओवर बनाने का भी निर्णय हुआ निगम ने ही इसकी घोषणा की थी लेकिन करीब दो साल पहले 2021 में निगम ने 25 कराेड़ की लागत से बनने वाले इस फ्लाईओवर का काम करने से हाथ खड़े कर दिए थे निगम का कहना था कि वह अभी इस स्थिति में नहीं है कि 25 से 30 कराेड़ का काेई प्राेजेक्ट हाथ में ले सके....