SAMACHAR

Municipal Corporation शहर के लोग खुद करेंगे गृहकर का मूल्यांकन.... जीआईएस सर्वे निरस्त....

प्रयागराज : निगम की ओर से जीआईएस सर्वे कराया गया था पहले चरण में 93 हजार से अधिक भवनों का सर्वे हुआ था और उसी के आधार पर गृहकर का निर्धारण किया गया था इसकी वजह से गृहकर में 25 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हो गई कई भवनों का तो 10 गुना तक गृहकर बढ़कर आया.... 

बढ़े गृहकर एवं विसंगतियों को लेकर शहरियों को बड़ी राहत मिली है जीआईएस सर्वे को निरस्त कर दिया गया है इसके बजाय शहरी गृहकर का खुद मूल्यांकन करेंगे और उसी आधार पर तत्काल बिल जारी किया जाएगा नगर निगम सदन की दूसरी बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई हालांकि, किसी ने गलत जानकारी दी तो उसे जुर्माने का भी भागी बनना होगा.... 

पार्षदों की ओर से भी इसे लेकर लगातार आपत्ति जताई जा रही थी पार्षद जीआईएस सर्वे को निरस्त कर स्व गृहकर मूल्यांकन व्यवस्था को लागू करने की मांग कर रहे थे मांग पर इसे सदन की बैठक में भी शामिल किया गया इस पर चर्चा के दौरान पार्षदों का कहना था कि जीआईएस सर्वे पर उनका विश्वास नहीं है सभी पार्षदों ने जीआईएस सर्वे को निरस्त करने एवं स्व गृहकर मूल्यांकन की व्यवस्था लागू करने के प्रस्ताव का समर्थन किया इसी क्रम में सदन में दोनों प्रस्ताव मंजूर कर लिए गए....

गणेश केसरवानी, महापौर

सदन में हुए ऐतिहासिक फैसले के तहत जीआईएस सर्वे को निरस्त कर दिया गया है अब लोग स्वयं गृहकर का मूल्यांकन करके शपथ पत्र देंगे और उसी पर बिल जारी होगा यह देश का पहला नगर निगम है, जहां स्वकर निर्धारण प्रणाली लागू होगी इसकी काफी समय से मांग चल रही थी बजट में महाकुंभ-2025 को ध्यान में रखकर भी प्रावधान किए गए हैं.... 


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