The Blue Tick : कुकरमुताओं की तरफ जगह जगह पनपने वाली अवैध कॉलोनियों पर अब शिंकज कसने की बारी आ गई हैं, इस बारे में प्रशासन की तरफ से निर्देश आ गए हैं, पहली बार में 100 के करीब अवैध कॉलोनियों की लिस्ट तैयार की गई है यानि डीटीपी DTP की इन पर कार्रवाई होना तय हैं, ऐसे में अगर आप भी कहीं निवेश करने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए....
जिला योजनाकार विभाग ने अवैध कॉलोनियों पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है शहर और आसपास 100 से ज्यादा स्थानों पर अवैध कॉलोनियों की सूची तैयार की गई है अब जल्द ही इन कॉलोनियों पर पीला पंजा चलेगा डीटीपी पूरी तैयारी में है और अवैध कॉलोनियों को बख्शने के मूड में नहीं है इसके अलावा डीटीपी ने आम लोगों से भी इन कॉलोनियों में प्लॉट न खरीदने को कहा है....
लालच के आगे झुकना
अवैध कॉलोनियों में वैध कॉलोनियों की तुलना में सस्ती दर पर जमीन मिलती है उदाहरण के तौर पर अगर किसी वैध कॉलोनी में 20,000 रुपये प्रति गज जमीन है तो अवैध कॉलोनी में 7,000 से 8,000 रुपये प्रति गज जमीन मिलेगी. लेकिन यह लालच लोगों के लिए हानिकारक है अगर district town planner डीटीपी DTP कार्रवाई करती है तो बने मकान भी तोड़ दिए जाते हैं....
कोई रजिस्ट्री पूर्ण भुगतान समझौता नहीं
अवैध कॉलोनियों में जमीन की रजिस्ट्री नहीं होती यहां जमीन खरीदने वाले के साथ फुल पेमेंट एग्रीमेंट किया जाता है. इसके आधार पर प्लॉट की खरीद-फरोख्त की जाती है वहीं अवैध कॉलोनी काटने वाले गलत तरीके से बिजली के खंभे भी लगा देते हैं, अगर डीटीपी कार्रवाई होती है तो उन्हें उखाड़ दिया जाता है ग्राहक को लुभाने के लिए सीवरेज सिस्टम भी किया जाता है, लेकिन यह सब गैरकानूनी है...