MADHYA PRADESH

सचिव व रोजगार सहायक के करतूतों की खोली पोल महिला सरपंच एक्शन मूड....

कोतमा : भ्रष्टाचार के आकाओं को निलंबित किये जाने महिला सरपंच ने जनपद एवं जिला पंचायत सीईओ सहित नवागत कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपा है,खबर अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत कोतमा के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुल्लीडाड में हुये भ्रष्टाचार कारनामो का पोल खोलने वर्तमान गुल्लीडाड की महिला सरपंच ने उक्त ज्ञापन पत्र में उल्लेख किया है कि ग्राम पंचायत गुल्लीडाड सचिव बद्री प्नसाद साहू एवं रोजगार सहायक चंद्रिका प्नसाद साहू के द्वारा ग्राम में शासन की योजना स्वीकृत अमृत सरोवर तालाब वर्ष 2022 के नाम पर बड़ी सेंध लगाने का कार्य दोनो को द्वारा मिलकर किया गया है

 जिसकी कुल लागत 14 लाख 50 हजार थी जिसमें मजदूरी एवं मटेरियल दोनों का अलग अलग भुगतान होना था꫰जिसमें महिला सरपंच ज्ञानवती ने ज्ञापन के माध्यम से उक्त मामले को प्नकाश में लाते हुये यह उल्लेख किया है कि पदभार ग्रहण करने उपरांत पता चला की बिना निर्माण किये ही सचिव एवं रोजगार सहायक दोनों के द्वारा 3 लाख 97 हजार राशि का आहरण कर लिया गया है जिसमें पूछे जाने पर दोनो के द्वारा सरपंच को धमकी देते हुये कहा कि हमने राशि नही निकाली है꫰ साथ ही ज्ञापन पत्र में रोजगार सहायक चंद्रिका साहू द्वारा परिवार जनो के नाम मनरेगा कार्य का फर्जी हाजिरी भर लाभ पहुँचाये जाने की शिकायत एवं बद्री प्नसाद साहू के द्वारा हाल में हुये चुनाव मे लगे आचार संहिता के दौरान शासन द्वारा स्वीकृत निर्मल भारत अभियान के तहत सामुदायिक शौचालय के नाम पर 58 हजार की अग्रिम राशि निकाल लेना और जिसका निर्माण भी अब तलक शुरु नहीं किया गया है.... 

आपको बता दें कि ग्राम पंचायत गुल्लीडाड अंतर्गत यह कोई नया मामला नहीं इससे पूर्व भी यहाँ सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार के कारनामो की खबरे सामने आते रहें हैं जिसमें यहाँ के एक नाला में स्टाप डेम बनते ही बह जाने की खबर भी सामने आ चुकी है, जिसकी शिकायते भी जनपद सीईओ से लेकर जिला पंचायत सीईओ एवं कलेक्टर और जन शिकायत निवारण 181 में हुई हैं परन्तु आज दिनांक तलक किसी प्नकार की कार्यवाही शासन द्वारा ना किये जाने से ऐसे सचिवो और रोजगार सहायको के हौसले उड़ान भर रहे꫰ एक बार जनपद पंचायत कोतमा के ग्राम पंचायत गुल्लीडाड के साथ साथ ग्राम पंचायत... 

कोठी,मझौली,भाटाडाड,साजाटोला,निमहा,बहेराबांध,खमरौध में भी शासन से स्वीकृत तमाम योजनाओं को यहाँ खंगालने की जरूरत है अन्यथा इस क्षेत्र में हुये या आगे होने वाला निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा के पार होता चला जायेगा और जिम्मेदार बेझिझक दबंग हो ऐसे कारनामो को अंजाम दे मालामाल होते रहेंगे ज्ञातव्य हो कि यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जिसका जिम्मेदार जमकर फामदा उठाने का कार्य करते हैं सूत्र अनुसार ग्राम पंचायत सचिव से लेकर जनपद सीईओ,जनपद इंजीनियर,लेखापाल,रोजगार सहायक,एपीओ यहाँ तक जिला पंचायत सीईओ, लेखापाल,ईओ के मिलीभगत से ऊपर तक गांधीजी की चमक पहुँचती है जिससे भ्रष्टाचारी आकाओ को आँच तक नहीं आती꫰ अब इस बात में कितनी हद तक सच्चाई है नवागत कलेक्टर की निष्ठापूर्वक समीक्षा किये जाने पर ही पता लग पायेगा लेकिन क्या ऐसा कभी सम्भव हो सकता है.... 

ऐसे संगीन मामले को लेकर महिला सरपंच ने शासन को चपत और ग्रामीणों को ठगे जाने एवं शासन के नियमावली के विपरीत कार्य किया जाना मानकर सचिव एवं रोजगार सहायक दोनो को निलंबित किये जाने का आग्रह जनपद, जिला पंचायत सीईओ एवं नवागत अनूपपुर कलेक्टर से किया है꫰ अब देखना होगा कि क्या जिला पंचायत सीईओ श्री अभय सिंह ओहरिया और कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ जी अब मामले का प्नकाश में आने के बाद वाकई कार्यवाही करेंगे या फिर स्थानांतरण कर इन भ्रष्टाचार मास्टरमाइंड़ कारो को अभयदान देने जैसा कार्य को करेंगे ... 

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