Ratlam News: नगर निगम आयुक्त अखिलेश गहरवार को निलंबित कर दिया गया है. निलंबन का आदेश उप सचिव नगरीय विकास विभाग द्वारा जारी हो गया है. सबसे बड़ी बात की उनके निलंबन का आदेश जब सामने आया उससे कुछ समय पहले ही उन्होंने मंत्री की बुके देकर स्वागत किया था. अब उनके निलंबन को लेकर चर्चा हो रही है. आइये जानें उनके निलंबन के पीछे का कारण क्या है ?
इस कारण हुआ निलंबन
रतलाम नगर निगम आयुक्त के निलंबन का कारण भी 4 दिन पूर्व नगर निगम साधारण सम्मेलन में गरमाया मुद्दा है. जिसे पक्ष और विपक्ष दोनों दलों के पार्षदों ने एकमत होकर मुद्दा उठाया था. इसमें रतलाम नगर निगम की वर्षों पुरानी राजीव गांधी सिविक सेंटर योजना की 22 प्लॉट की रजिस्ट्रियां बगैर परिषद के संज्ञान में लाए कर दी गईं थी. इसे नगर निगम आयुक्त ने 1 ही दिन में करवा दी थी..
एक दिन में 22 रजिस्ट्रियां
मामला में एक भूमाफिया से सांठगांठ की भी बात सामने आई थी. बताया जा रहा है कि सभी 22 रजिस्ट्रियां उसी दिन भूमाफिया के परिवार सदस्यों के नाम कर दी जबकि नियम अनुसार ये सभी प्लॉट रजिस्ट्रियां 3 साल तक किसी अन्य नाम पर स्थानांतरित नहीं हो सकती थीं..
पहली दिन हुई थी कार्रवाई
सदन में पक्ष विपक्ष ने एकमत होकर प्रस्ताव पास करवाया था कि सभी रजिस्ट्रियां शून्य करवाई जाए और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए. ऐसे में अब यह बड़ी कार्रवाई भी सामने आई है. हालांकि, निगम अध्यक्ष ने पहले दिन ही इन रजिस्ट्रियों पर शून्य करने की बात कही थी..
मंत्री के स्वागत के बाद ही हुआ एक्शन
निलंबन के आदेश के आने से कुछ समय पहले ही रतलाम पहुंचे नगरीय विकास व आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का स्वागत भी निगम आयुक्त अखिलेश अहिरवार ने किया था. निगम आयुक्त अखिलेश गहरवार ने बुके देकर मंत्री का स्वागत किया और कुछ समय बाद ही नगर निगम आयुक्त का नगरीय प्रशासन विभाग से निलंबन आदेश सामने आ गया..