मध्यप्रदेश के पूर्व CM दिग्विजय सिंह के गृह नगर राघौगढ़ नगर पालिका के इतिहास में शायद पहली बार पार्षदों की बाड़ाबंदी शुरू हो गई है। कांग्रेसी पार्षदों को राघौगढ़ से किसी दूसरे स्थान पर भेज दिया गया है। पार्षदों को राजस्थान भेजे जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार है। हालांकि कांग्रेस के दोनों जिलाध्यक्ष (शहर और ग्रामीण) इस बात की जानकारी नहीं होने की बात कर रहे हैं....
रियलिटी चैक में ज्यादातर पार्षदों ने बाहर होने की कही बात
पार्षदों की बाड़ाबंदी का रियलिटी चैक करने के लिए जब कुछ पार्षदों से बात की। वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद चंद्रशेखर बुनकर ने बताया कि वह राघौगढ़ से बाहर हैं कहां हैं, यह नहीं बताया बोले कि 8 दिन बाद वापस आएंगे वार्ड क्रमांक 2 और 3 के पार्षदों ने कॉल अटेंड नहीं किया वार्ड 5 के पार्षद राजेश साहू ने बताया कि वह एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए इंदौर आए हुए हैं। 2-3 दिन बाद वापस लौटेंगे...
वार्ड 7 के पार्षद विजय साहू ने बताया कि वह राघौगढ़ में ही हैं वार्ड 12 के पार्षद महाराज सिंह ने बताया कि बाहर आए हुए हैं कहां गए हैं यह नहीं बताया कब वापस लौटेंगे यह भी साफ नहीं है। वार्ड 20 के पार्षद गोलू ने बताया कि राघौगढ़ से बाहर हैं कहां है, यह नहीं बताया। बोले कि डिटेल में बात करने के लिए मना किया गया है..
नगर पालिका के चुनावी....
राघौगढ़ नगर पालिका के 24 वार्डों में से 16 वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशी जीतकर आए हैं। भाजपा को 8 वार्डों में जीत मिली है 20 जनवरी को 24 वार्डों के लिए चुनाव हुआ था। जिसके परिणाम 23 जनवरी को आए है चुनाव में 76 प्रतिशत मतदान हुआ था। यानी लगभग 34,200 वोट डाले गए थे 23 जनवरी को आए परिणाम के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशियों को लगभग 19,469 वोट मिले भाजपा प्रत्याशियों को लगभग 12,547 मत प्राप्त हुए। इस हिसाब से कांग्रेस को 57 प्रतिशत और भाजपा को 37 प्रतिशत वोट हासिल हुए
कांग्रेस नेता बोले, यहां तोड़फोड़ जैसी स्थिति नहीं
कांग्रेस के ग्रामीण जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंह ने बताया कि राघौगढ़ में तोड़-फोड़ जैसी कोई बात नहीं है उन्होंने कहा कि उल्टा भाजपा के लोग हमारे साथ जुड़ सकते हैं कांग्रेस के पार्षदों को बाहर भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे ही घूमने-फिरने के लिहाज से भेजा गया है टूट जैसी किसी भी तरह की आशंका यहां नहीं है....
पहली बार पार्षदों को बाहर भेजा
राघौगढ़ के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पार्षदों की बाड़ाबंदी की गई है सूत्रों के मुताबिक परिणाम घोषित होने के अगले दिन यानी 24 जनवरी की शाम को ही कांग्रेस ने अपने सभी पार्षदों को किसी सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है कांग्रेस पार्षदों के राजस्थान में होने का अनुमान लगाया जा रहा है...