रीवा : अनेक कार्यों में अव्वल रहकर प्रदेश भर में अपनी साख बनाने वाले नगर निगम रीवा के कर्मचारी राजस्व वसूली में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। वर्ष 2022 -23 के लिए 52 करोड़ रुपए वसूली का लक्ष्य दिया गया था जिसके विरुद्ध अभी तक मात्र 14 करोड़ रुपये की वसूली हो पाई है। वित्त वर्ष समाप्त होने में मात्र 2 माह का समय शेष बचा है। इन 2 महीनों के दौरान 38 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल करने की चुनौती नगर निगम के पास है। समीक्षा बैठक में इतनी कम राजस्व वसूली का आंकड़ा सामने आने पर निगमायुक्त ने कई कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की है। उनके द्वारा पांच कर्मचारियों के इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश दिए गए हैं तो कई कर्मचारियों को 50 प्रतिशत वसूली लाने पर ही इंक्रीमेंट देने के निर्देश दिए गए हैं। अन्यथा इनके भी एग्रीमेंट रोके जाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए....
नगर निगम कमिश्नर ने राजस्व वसूली के प्रति लापरवाही करने वाले पांच सहायक राजस्व निरीक्षकों पर सख्त कार्रवाई करते हुए इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश दिए हैं। राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक में निगम आयुक्त मृणाल मीणा द्वारा कम वसूली करने वाले सहायक राजस्व निरीक्षकों उपेंद्र मिश्रा, शिव प्रसाद पांडे एवं मुकेश तिवारी की एक- एक इंक्रीमेंट तत्काल प्रभाव से रोके जाने के निर्देश दिए गए हैं। इनके साथ- साथ राजेंद्र पांडे भी एक इंक्रीमेंट रोके जाने के निर्देश देते हुए कहा गया है कि जब इनके द्वारा वित्तीय वर्ष में 50 प्रतिशत वसूली कर ली जाएगी। तब इनके इंक्रीमेंट बहाल करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा प्रत्यूष सिंह, यशोदा नंद दुबे एवं राजेश निगम को वसूली में सुधार कर 50 प्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर इनके द्वारा 50 प्रतिशत वसूली नहीं की जाती तो इनका भी इंक्रीमेंट रोके जाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। निगमायुक्त श्री मीणा के इस तेवर को देखकर नगर निगम कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति है...
उन्होंने वित्तीय वर्ष के बाकी बचे दो माह के दौरान लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिक से अधिक वसूली करने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम के उपायुक्त एमएस सिद्दीकी ने इस संबंध में बताया कि निगम आयुक्त द्वारा समय-समय पर राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक में कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए जाते रहे हैं, लेकिन कर्मचारियों द्वारा गंभीरता के साथ राजस्व वसूली न किए जाने के कारण ही अपेक्षाकृत वसूली कम हो पाई है. ...
इसी वजह से निगम आयुक्त द्वारा सहायक राजस्व निरीक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए विवश होना पड़ा है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा पूर्व में सहायक राजस्व निरीक्षकों को नोटिस भी जारी किया गया था। इसके बावजूद कर्मचारी लापरवाह बने रहे। परिणाम स्वरूप निगम आयुक्त द्वारा लापरवाह कर्मचारियों के विरुद्ध इंक्रीमेंट रोकने की कार्रवाई की गई है। उपायुक्त ने सभी कर्मचारियों से बाकी के बचे 2 माह में अधिक से अधिक वसूली करने के लिए कहा है ताकि शासन द्वारा दिए गए वसूली के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके...