भोपाल : पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण में भोपाल की देश में सातवीं पॉजिशन थी वहीं, फाइव स्टार रेटिंग भी मिली थी अबकी बार फिर से देश के अव्वल आने का दावा है यही कारण है कि अब भोपाल में मेयर, अध्यक्ष और पार्षद फिल्ड में उतरेंगे और देखेंगे कि शहर में सफाई कैसी हो रही है जनप्रतिनिधियों का दावा है कि पिछली बार की कमियों को दूर करेंगे ताकि, रेटिंग में सुधार हो सके....
भोपाल में मई में स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम आ सकती है इसलिए नगर निगम ने तैयारियां भी शुरू कर दी है हालांकि, निगम के सामने कई चुनौतियां हैं सबसे बड़ी चुनौती सफाई 10 से 15 प्रतिशत घरों से कचरा न उठाया जाना है मंगलवार को ही वार्ड नंबर-26 की आनंद विहार कॉलोनी में कचरा गाड़ी नहीं पहुंचने की शिकायत आई इसके बाद निगम का अमला एक्टिव मोड पर आ गया ऐसे ही हाल कई कॉलोनियों के हैं यहां या न तो नियमित रूप से कचरा गाड़ियां नहीं पहुंचती हैं, या फिर टाइमिंग गड़बड़ है इस कारण लोगों को दिक्कतें होती हैं निगम अफसर और जनप्रतिनिधि इस पर भी फोकस करने की बात कह रहे हैं...
भोपाल में दो समय सफाई, इसे देखने जनप्रतिनिधि जाएंगे
भोपाल में सुबह और दोपहर में सफाई की जाती है वहीं, प्रमुख बाजारों में रात में भी सफाई व्यवस्था है, लेकिन कई बार कर्मचारी गायब रहते हैं सफाई का जिम्मा 8 हजार कर्मचारियों पर हैं सुबह और दोपहर में हो रही सफाई व्यवस्था को देखने के लिए अब मेयर, अध्यक्ष, जोन अध्यक्ष और पार्षद मैदान में उतरेंगे मेयर मालती राय ने सभी से अनुरोध भी किया है कि वे सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर कमियों को दूर करें....
जनता के सुझाव भी लिए जाएंगे
स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में सफाई समेत अन्य को लेकर अब निगम सुझाव भी मांग रहा है वहीं, समाज के प्रतिनिधियों से चाय पर चर्चा, स्वच्छता जागरूकता के लिए विद्यार्थियों की रैली, नुक्कड़ नाटक भी किए जाएंगे....