कटनी : ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस एटक के तत्वधान में जेके व्हाइट सीमेंट रूपौध बड़वारा कटनी के कारखाना के कार्य श्रमिकों द्वारा हनुमान तालाब से बड़वारा के मुख मार्ग होकर तहसील परिसर तक रैली निकाली गई ,रैली का नेतृत्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रांतीय अध्यक्ष एटक कामरेड हरिद्वार सिंह,प्रांतीय उप महासचिव राम सरोज कुशवाहा, कामरेड प्रदीप रजक, सिलचंद पटेल ने किया तहसील प्रांगण में शासन के प्रतिनिधि एसडीओपी उमराव सिंह ,तहसीलदार इसरार खान,अनुराधा सिंह, को जेके व्हाइट सीमेंट के कारखाना में कार्यरत प्रदीप रजक को दुर्भावना पूर्वक कर से पृथक किया गया इसको वापस लिया जाए, फर्जी मुकदमा एवं निषेध आज्ञा वापस लिया जाए, ठेका श्रमिको परमानेंट किया जाए, मध्य प्रदेश शासन की न्यूनतम वेतन का एरियर्स 1.4.2024 से दिया जाए ठेका परिवर्तन होने पर ग्रेच्युटीका भुगतान किया जाए,डस्ट अलाउंस दिया जाए, सीमेंट वेज बोर्ड सेटलमेंट के तहत परमानेंट के बराबर वेतन दिया जाए इसको लेकर ज्ञापन सौंपा..
प्रशासन ने अवस्शन दिया कि त्रिपक्षी बैठक बुलाकर के समाधान करायेंगे।ज्ञापन देने के बाद आम सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रांतीय अध्यक्ष कॉ, हरिद्वार सिंह ने कहां की सरकार और उद्योगपति एक साथ खड़े हुए हैं और प्रशासन कानून की हत्या कर रहा है जेके व्हाइट सीमेंट का प्रबंधन कोई भी श्रम कानून को पालन नहीं कर रहा है प्रशासन उद्योगपतियों की चौकीदार की भूमिका निभा रहे है ,प्रदीप रजक का कोई अपराध नहीं है केवल मध्य प्रदेश सरकार की न्यूनतम वेतन की एरियर्स की मांग की और मजदूरों को संगठित कर पंजीयन करने का आवेदन दिया इस दुर्भावना के कारण फर्जी मुकदमे में फसाया गया फर्जी निषेधाज्ञा लगाई गई नया ठेकेदार मजदूरों को उत्तेजित कर हड़ताल के लिए उकसाया और वहां प्रबंधक से ठेकेदार कहता है कि मजदूरों ने हड़ताल कर दी और स्वयं हड़ताल को खत्म कराने का श्रेय भी ले रहा है इस तरह की दोहरी भूमिका अपने प्रभुत्व जवाने के लिए ठेकेदार ने की आप सब लोग संगठन को मजबूती से बनाया है और आप सब लोगों का संघर्ष कामयाब होगा जहां जैसे जरूरत होगी हम लोग आप लोगों के साथ में खड़े रहेंगे..
ऑल प्रांतीय उप महासचिव कामरेड रामसरोज कुशवाहा ने कहा कि जेके व्हाइट सीमेंट का प्रबंधन मजदूरों का 10 साल से लगातार शोषण कर रहा है जब मजदूरों ने संगठन बनाया तो उसको डर है कि लूट की छूट में मजदूर अपने मेहनत का हक मांगेगा तो हमको देना पड़ेगा इसलिये शासन प्रशासन के दम पर मजदूरों के संगठन को कुचलना चाहता है लेकिन श्रमिकों ने तय किया है दो माह से लगातार शासन प्रशासन को ज्ञापन व शिकायत के माध्यम से उपरोक्त मांगों को अवगत कराया हैं प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं की,कामरेड कुशवाहा ने कहा कि यदि हमारी मांगों की पूर्ति 15 जून तक पूरी नहीं की जाती तो 15 जून के बाद किसी दिन किसी समय से कारखाना अंदर एवं बाहर आंदोलन होगा आंदोलन के दौरान किसी भी प्रकार की औद्योगिक का शांति होती है तो इसके जिम्मेदारी कारखाना प्रबंधक और शासन प्रशासन की होगी सभा में सैकड़ो श्रमिक उपस्थित थे ज्ञापन देने के बाद कटनी में एडिशनल एसपी एवं श्रम पदाधिकारी को ज्ञापन दिया गया श्रम पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर त्रिपक्षी वार्ता कराएंगे
