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कैसे होगा स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर अव्वल... शहर को स्वच्छ बनाने वाली दीदीयां हड़ताल पर...

रायपुर : डोर टू डोर कचरा कलेक्शन,साफ-सफाई और गौठान में खाद बनाने वाली स्वच्छता दीदी (महिलाओं) ने गुरुवार को नया रायपुर में धरना प्रदर्शन किया है। उनकी लंबे समय से मांग है कि उन्हें कलेक्टर दर पर सैलेरी दी जाए। इस धरना प्रदर्शन में पूरे प्रदेश भर के कई जिलों से स्वच्छता कर्मी शामिल हुए थे। इन्होंने CM के नाम प्रशासनिक अफसरों को ज्ञापन सौंपकर धरना खत्म किया... 

दरअसल,इन स्वच्छता कर्मियों के माध्यम से लोगों के घरों में जाकर सूखा कचरा और गीला कचरा अलग-अलग करने के लिये जागरूकता भी फैलाया जा रहा है। इन कर्मियों ने कोरोना काल में भी लगातार हाई रिस्क का काम किया है। इनको शासन से मिलने वाली सैलेरी केवल 6 से 7 हजार ही है। जिसे लेकर लंबे समय से इनमें नाराजगी है.... 

संगठन की प्रदेश अध्यक्ष पवन नायक ने बताया कि सरकार को कलेक्टर दर में सैलेरी देना चाहिए। जिससे वे भी अपना घर आसानी से चला सके। साथ ही अन्य मांग है कि इन्हें भी EPF का भी लाभ मिले। हफ्ते में एक दिन की छुट्टी मिले। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि जल्द उनकी मांग पूरी नहीं होती तो भविष्य में अधिक उग्र आंदोलन किया जाएगा.... 

अनियमित महासंघ ने दिया समर्थन

स्वच्छता दीदी के समूहों को समर्थन देने के लिए छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले भी नया रायपुर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के दौर में इतने कम रुपयों में काम करना किसी भी कर्मचारी के लिए बहुत मुश्किल होता है। इसलिए सरकार को संवेदनशीलता के साथ इनकी सैलरी को तत्काल बढ़ाने का निर्णय लेना चाहिए। रवि ने कहा यदि सरकार जल्द कर्मचारियों की मांगों पर विचार नहीं करती तो आगे बड़ा प्रदर्शन करेंगे.... 


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