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कार्ल मार्क्स ने कहा था कि जो मजदूर 10 वर्षों तक जिस कारखाने में काम करेगा वह कारखाना मज़दूर का होगा : राम सरोज कुशवाहा

सतना :  विंध्याचल सीमेंट स्टील फाऊंडरी खदान कामगार यूनियन एटक के तत्वाधान में अल्ट्राटेक बेला सीमेंट वर्क्स रीवा कारखाने के मजदूरों ने बेला बाईपास बगीचा में कार्ल मार्क्स की जयंती एवं न्यूनतम वेतन का मांग दिवस मनाया गया इस अवसर पर एटक के प्रांतीय उप महासचिव कामरेड राम सरोज कुशवाहा सभा का संबोधित करते हुए कहा कि कार्ल मार्क्स दार्शनिक, अर्थशास्त्री ,इतिहासकार, राजनीतिक ,सिद्धांतिक, समाजशास्त्री, राजनीतिक, अर्थव्यवस्था के आलोचक समाजवादी क्रांतिकारी और वैज्ञानिक समाजवाद के प्रणेता थे...


कार्ल मार्क्स ने पूंजीवाद को श्रम के शोषण पर आधारित एक व्यवस्था के रूप में देखा उन्होंने तर्क दिया पूंजीवादी वर्ग जो उत्पादन के साधनों को नियंत्रित करता है ,श्रमिकों के उनके श्रम के मूल्य से अधिक मूल्य निकलता है उसे उन्होंने अधिशेष मूल कहा जो पूंजी पतियों को मिलता है पूंजीवाद श्रम के शोषण पर आधारित है श्रम का शोषण ही पूंजीवाद का लूट का मुनाफा है..

कार्ल मार्क्स ने कहा था कि जो मजदूर 10 वर्षों तक जिस कारखाने में काम करेगा वह कारखाना मज़दूर का होगा लेकिन यहां 25 साल 30 साल ठेका में मजदूर काम करता है उनको स्थाई नहीं किया जाता, महंगाई दिन दुनी रात चौगुन बढ़ी लेकिन मजदूरों का जीने लायक न्यूनतम वेतन नहीं बढ़ा इसलिए एटक ने तय किया है कि मजदूरों का न्यूनतम वेतन ₹26000 किया जाए आज पूरे देश में एटक ने न्यूनतम वेतन मांग दिवस के रूप में मनाया है..


कामरेड कुशवाहा ने कहा की अल्ट्राटेक बेला प्लांट में लगातार श्रम कानून का उल्लंघन किया जा रहा है, काम के घंटे निर्धारित नहीं है, ओवर टाइम दुगनी दर से नहीं दिया जा रहा, पैकिंग डिपार्टमेंट में लोडिंग और लोडिंग करने वाले ठेका श्रमिकों को सीमेंट वेजबोर्ड सेटलमेंट का वेतन नहीं दिया जा रहा, माननीय उच्च न्यायालय इंदौर के आदेश के बाद भी बढ़ा हुआ न्यूनतम वेतन व एरियर्स नहीं दिया जा रहा, कारखाने की अन्य ज्वलंत समस्याओं को लेकर 19 मई 2025 को सुबह 10:00 बजे से रैली निकाल कर रीवा संभाग के कमिश्नर महोदय को ज्ञापन सौंपा जाएगा ,जिसमें श्रम कानून को पालन कराने के लिए सुनिश्चित करें..


कामरेड लालमन त्रिपाठी जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि आज दुनिया के सर्वहारा वर्ग के पुरोधा कार्ल मार्क्स की जयंती है जो उन्होंने दुनिया के मजदूरों को पूंजी पतियों के शोषण से मुक्ति दिलाने का जो रास्ता दिखाया है उसे रास्ते में आज हम सब लोग अपने शोषण मुक्ति के लिए संघर्ष करें ,अपने अधिकारों और हक के लिए लड़े ,अल्ट्राटेक बेला प्लांट के श्रमिकों के साथ हमारा पूर्ण रूप से समर्थन है और उनके संघर्ष के साथ रहेंगे इस मौके पर राजरखन कुशवाहा, सुनील सिंह, विक्रम सिंह, गोरेलाल पटेल, सूर्यभान साहू, सुखलाल चौधरी, अजय चतुर्वेदी, विजय गर्ग, सुनील सिंह, सत्यवान पटेल, कुंज बिहारी, लाल सिंह पटेल, रमेश दहिया ,विपिन पांडे, महेंद्र पटेल, राज सिंह, किशोरी लाल साहू, संतोष सिंह, राजेश पटेल, रामराज पटेल, पूरन लाल तिवारी, नरेंद्र मिश्रा, रामाश्रय प्रजापति, सुग्रीव प्रजापति आदि सैकड़ो साथी उपस्थित थे..

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